सिर से जुड़ी जुड़वा बहनों को पहली बार मिला अलग-अलग मतदान करने का अधिकार
By रजनीश | Published: May 19, 2019 06:27 PM2019-05-19T18:27:27+5:302019-05-19T18:27:27+5:30
सबा-फराह के ऑपरेशन के लिए सुप्रीम कोर्ट ने इनकार के बाद बिहार सरकार से हर महीने इनके परिवार को पांच हजार रुपये भी देने का निर्देश भी दिया था।
बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में सबा और फराह ने एक ही पहचानपत्र पर मतदान किया था। लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में एक शानदार तस्वीर सामने आई है। अभी तक एक ही नागरिक के तौर पर वोट करने वाली सिर से जुड़ी दो बहनों ने इस बार अलग-अलग मतदान किया। चुनाव आयोग ने सबा और फराह की तस्वीरें शेयर करते हुए इस बात की जानकारी दी है।
पटना साहिब लोकसभा सीट की मतदाता सबा और फराह जन्म से ही सिर से एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। दोनों का शरीर तो अलग है, लेकिन सिर एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। दोनों के सिर को अलग करने के मुद्दे पर डॉक्टरों ने इसे कठिन ऑपरेशन बताया। क्योंकि ऑपरेशन में दोनों बहनों में से किसी एक की जान जाने की आशंका है। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी इन दोनों को अलग करने के लिए कराए जाने वाले ऑपरेशन से मना कर दिया था।
सबा-फराह के ऑपरेशन के लिए सुप्रीम कोर्ट ने इनकार के बाद बिहार सरकार से हर महीने इनके परिवार को पांच हजार रुपये भी देने का निर्देश भी दिया था। पिछले चुनाव में उन्हें केवल एक वोट देने की अनुमति दी गई थी, क्योंकि चुनाव आयोग की नजर में वे शारीरिक रूप से तो दो हैं, लेकिन मानसिक रूप से एक।
दोनों बहनें जुड़वा जरूर हैं लेकिन उनका दिमाग, पसंद और उन दोनों की राय अलग-अलग है। इसलिए उन्हें अलग-अलग मतदाता का अधिकार दिया गया हालांकि इस बार पटना के डीएम और जिला निर्वाचन पदाधिकारी कुमार रवि ने दोनों बहनों के अलग-अलग मतदान करने की जानकारी दी।