नई दिल्ली: योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali) ने कोरोना वायरस ( COVID-19) के इलाज के लिए 'दिव्य कोरोनिल टैबलेट' (Divya Coronil Tablet) पेश की है। जिसको लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस दवा पर आयुष मंत्रालय ने रोक लगा दी है और पूरी जानकारी मांगी है। इसी बीच एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पतंजलि ने कोरोनो वायरस संक्रमित के किसी भी किसी भी गंभीर मरीज पर कोरोनो वायरस की दवा कोरोनिल का परीक्षण नहीं किया है। पतंजलि ने आयुष मंत्रालय को जो रिसर्च पेपर सौंपे हैं, उसमें दावा किया गया कि कोरोनिल क्लीनिकल ट्रायल हल्के लक्षण मध्यम रूप से रोगग्रस्त रोगियों पर किया गया था। क्लीनिकल ट्रायल किसी भी ऐसे कोरोना के मरीज पर नहीं किया गया था जिनकी हालत गंभीर हो। ये क्लीनिकल ट्रायल सिर्फ 120 लोगों पर किया गया था। क्लीनिकल ट्रायल 15 - 80 वर्ष आयु वर्ग के बीच के लोगों पर किया गया था। ये रिपोर्ट बिजनेस टूडे ने अपनी वेबसाइट पर छापी है।
बिजनेस टू़डे ने अपनी रिपोर्ट में यह भी दावा किया है कि पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से आयुष मंत्रालय को बताया गया है कि यह क्लीनिकल ट्रायल जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में किया गया था।
पंतजलि का दावा - 29 मई को किया गया पहला क्लीनिकल ट्रायल
पंतजलि ने दावा किया है कि 'दिव्य कोरोनिल टैबलेट' (Divya Coronil Tablet) का पहला क्लीनिकल ट्रायल एक मरीज पर 29 मई को किया गया था। इसमें 69 फीसदी रिकवरी शुरुआती तीन दिन और 100 फीसदी रिकवरी सात दिनों में किए जाने का दावा है।
पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन ट्रस्ट ने कहा है कि उन्होंने हर सरकारी निर्देशों का पालन किया और महानिदेशक, सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज ने 4 जून को परीक्षणों के बारे में बताया गया था।
आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने 'कोरोनिल' दवा पर क्या दिया ताजा बयान
आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने आज (24 जून) को कहा है, ''यह अच्छी बात है कि बाबा रामदेव ने देश को एक नई दवा दी है, लेकिन नियम के अनुसार, पहले जांच के लिए उसे आयुष मंत्रालय में आना होगा। उन्होंने यहां तक कहा कि उन्होंने ( पतंजलि) एक रिपोर्ट भेजी है। हम इसे देखेंगे और रिपोर्ट देखने के बाद अनुमति दी जाएगी।''
योग गुरु बाबा रामदेव ने 'कोरोनिल' की लॉन्चिंग पर क्या-क्या दावे किए थे?
- 'दिव्य कोरोनिल टैबलेट' और कोरोना किट को लेकर योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा कि ये कोरोना वायरस की सबसे पहली आयुर्वेदिक दवा है। कोरोनिल को लेकर दावा किया गया कि इससे सात दिन में ही कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज किया जा सकता है।
- योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा किया है कि कोरोनिल में गिलोय, अश्वगंधा, तुलसी, श्वसारि रस और अणु तेल का मिश्रण है। उनके मुताबिक, यह दवा दिन में दो बार- सुबह और शाम को ली जा सकती है।
- योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा किया है इस दवाई पर हमने दो ट्रायल किए हैं, 100 लोगों पर क्लीनिकल स्टडी की गई उसमें 95 लोगों ने हिस्सा लिया। 3 दिन में 69 प्रतिशत मरीज ठीक हो गए, 7 दिन में 100 फीसदी मरीज ठीक हो गए। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि इस इस दवा का ट्रायल 280 लोगों पर किया गया है।
भारत में कोरोना वायरस के ताजा अपडेट: संक्रमण के मामले 4,56,183 पर पहुंचे
भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 15,968 मामले सामने आए और 465 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही बुधवार (24 जून) को संक्रमितों की कुल संख्या 4,56,183 पर पहुंच गई जबकि मृतकों का आंकड़ा 14,476 हो गया। भारत में लगातार पांचवें दिन संक्रमण के 14,000 से अधिक मामले सामने आए और एक जून से 24 जून तक संक्रमण के मामले 2,65,648 तक बढ़े हैं।