'कोरोनिल' पर रामदेव की पतंजलि का यू-टर्न, नोटिस के जवाब में कहा- नहीं बनाई कोरोना की दवा
By पल्लवी कुमारी | Published: June 30, 2020 01:15 PM2020-06-30T13:15:45+5:302020-06-30T13:15:45+5:30
23 जून 2020 को योग गुरु बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण और निम्स यूनिवर्सिटी के चेयरमैन की उपस्थिति में हरिद्वार में कोरोनिल दवा को लॉन्च किया गया था। जिसकी जांच अभी आयुष मंत्रालय कर रहा है।
हरिद्वार: पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali)'दिव्य कोरोनिल टैबलेट' (Divya Coronil Tablet) को लेकर अपने ही किए दावे से पलट गई है। कोरोनिल दवा पर पतंजलि आयुर्वेद ने यू-टर्न लेते एक नोटिस के जवाब में कहा है हमने कोरोना की कोई दवा नहीं बनाई है। उत्तराखंड के आयुष विभाग को भेजे गए नोटिस के जवाब में पतंजलि की ओर से कहा गया है कि उन्होंने कोरोना वायरस की दवा बनाने का कोई दावा नहीं किया है। नोटिस के जवाब में पतंजलि आयुर्वेद ने कहा है, हमने कोई भी कोरोना वायरस की दवा नहीं बनाई है, हमने वैसी दवा बनाई है, जिससे कोरोना के मरीज ठीक हुए हैं।
पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा- हमने आयुष विभाग की नोटिस का दिया जवाब
नवभारत टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा है कि पतंजलि आयुर्वेद अब भी अपने दावे और दवा पर कायम है। हमने कभी भी कोरोना की दवा बनाने का दावा नहीं किया था। सरकार से इजाजत लेने के बाद हमने जो दवा बनाई है उससे कोरोना मरीज का इलाज हुआ है। आयुष विभाग की ओर से जारी नोटिस का जवाब दे दिया गया है।'
आयुष मंत्रालय ने कहा- जब-तक दवा की जांच पूरी नहीं हो जाती पतंजलि आयुर्वेद इसका प्रचार-प्रसार नहीं कर सकता
'दिव्य कोरोनिल टैबलेट' को योग गरु बाबा रामदेव ने 23 जून को लॉन्च किया था। दवा को लॉन्च करते हुए बाबा रामदेव दावा किया था कि सात दिनों में इससे कोरोना के मरीजों का इलाज होगा। दवा की लॉन्चिंग के कुछ घंटों के भीतर ही आयुष मंत्रालय ने इस दवा के प्रचार करने पर रोक लगा थी। आयुष मंत्रालय ने कहा है कि जब तक दवा की जांच पूरी नहीं हो जाती पतंजलि आयुर्वेद इसका प्रचार-प्रसार नहीं कर सकता है।
उत्तराखंड की आयुर्वेद ड्रग्स लाइसेंस अथॉरिटी ने भी कहा है कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि को कोरोना की दवा के लिए नहीं बल्कि इम्युनिटी बूस्टर और खांसी-जुकाम की दवा के लिए लाइसेंस जारी किया गया था।
बाबा रामदेव ने किया था दावा- दवाई बनाने में सभी प्रोटोकॉल किए फॉलो
लॉन्चिंग के वक्त बाबा रामदेव ने दावा किया था कि दवाई के लिए सभी जरूरी प्रोटोकॉल फॉलो किए गए हैं। लेकिन दवा की लॉन्चिंग के बाद आयुष विभाग ने पतंजलि आयुर्वेद के इस दावे को नकार दिया था। आयुष मंत्रालय ने कहा था कि पतंजलि की ओर से कोरोना की दवा बनाने के लिए लाइसेंस नहीं लिया गया है। पतंजलि आयुर्वेद ने कोरोनिल को राजस्थान की निम्स यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर बनाया है। बाबा रामदेव ने बताया था कि कोरोनिल से सात दिनों में कोरोना का मरीज ठीक हो जाएगा।