Coronavirus Impact: अब यात्रियों को रद्द की गई ट्रेनों के लिए 45 दिनों के अंदर मिलेगा पूरा रिफंड
By मनाली रस्तोगी | Published: March 22, 2020 07:10 AM2020-03-22T07:10:46+5:302020-03-22T09:40:44+5:30
कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से 21 मार्च से 15 अप्रैल के बीच रद्द की गई ट्रेनों का अब यात्रियों को 45 दिनों के भीतर मिलेगा पूरा रिफंड। यहां जानिए पूरा मामला।
देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर कल (22 मार्च) 'जनता कर्फ्यू' (Janata Curfew) का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में जनता कर्फ्यू की वजह से भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने 21 और 22 मार्च की ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसलिए जिन यात्रियों ने इन दो दिनों में से किसी भी दिन कोई ट्रेन का टिकट बुक किया था, उन्हें अब रिफंड क्लेम मिल सकता है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, सबसे खास बात तो ये है कि टिकट रिफंड के लिए अप्लाई करने पर जहां पहले तीन दिन मिलते थे वहीं इस बार यात्रियों को 45 दिनों का समय दिया गया है। इस स्थिति में जिस दिन यात्रियों को यात्रा करनी थी, उस दिन से लेकर अगले 45 दिनों तक यात्री अपना रिफंड क्लेम कर सकते हैं।
पहले यात्रियों को पूरा रिफंड क्लेम करने के लिए महज तीन दिन का समय मिलता था। जिस दिन यात्री ने टिकट बुक किया है, उस दिन से उसे तीन दिन का समय मिलता था। इसके अलावा भारतीय रेलवे ने अपने यात्रियों को एक और सुविधा मुहैया करवाई है, जिसके तहत अगर कोई यात्री अपने आपसे पहले से बुक टिकट को कैंसिल करवाता है तो उसके पास जहां पहले रिफंड क्लेम करने के लिए महज 10 दिन होते थे, लेकिन अब इस अवधि को बढ़ाकर 30 दिन कर दिया गया है।
आपको बता दें कि ये भारतीय रेलवे ने ये कदम इसलिए उठाया है, ताकि लोग रेलवे स्टेशन कम आएं। इसके साथ ही, भारतीय रेलवे ने सभी यात्रियों से अपील की है कि जिनके भी टिकट कैंसिल हुए हैं, वो घर बैठे अपना रिफंड क्लेम करें और रेलवे स्टेशन न आएं।
वहीं, शुक्रवार (21 मार्च) को दिए गए बयान में भारतीय रेलवे ने इस बात की घोषणा की थी कि वो 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू के कारण अपनी सुविधाएं बंद रखेगा। हालांकि, भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) ने कहा है कि जनता कर्फ्यू के दौरान जो व्यक्ति रेलवे स्टेशन पर रहना चाहते हैं तो स्टेशन के वेटिंग रूम्स में रह सकते हैं।
मालूम हो, बीते गुरूवार (20 मार्च) को भारतीय रेलवे ने तकरीबन 84 ट्रेनों को कैंसिल किया था। ये वो ट्रेनें थी, जिनकी रवानगी 20 मार्च से 31 मार्च के बीच की थी। कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए रेलवे ने ये कदम उठाया है। आपको बताते चलें कि रेलवे अब तक 21 मार्च से लेकर 15 अप्रैल तक की कई ट्रेने रद्द कर चुका है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। कोविड-19 (COVID-19) ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। ऐसे में जहां एक ओर दुनियाभर के तमाम देश इससे निपटने में जुटे हुए हैं तो वहीं लोग इसकी वजह से बेहद परेशान हैं।
कोरोना जैसे विभीषक वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारत सरकार कई कदम उठा रही है। इसी क्रम में कल (22 मार्च) को 'जनता कर्फ्यू' का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी घोषणा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते गुरुवार (19 मार्च) को की थी। इसके साथ पीएम मोदी ने लोगों से अपील की थी कि वो 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक अपने घरों से न निकलें।