जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पूर्वोत्तर का नियमित तौर पर दौरा करें संसदीय समितियां : ओम बिरला
By भाषा | Published: August 31, 2021 06:14 PM2021-08-31T18:14:57+5:302021-08-31T18:14:57+5:30
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को संसद की स्थायी समितियों को परामर्श दिया कि वे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वोत्तर राज्यों के दूरदाज क्षेत्रों का नियमित तौर पर दौरा करें तथा स्थानीय लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए संभावित समाधान सुझाएं। पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए संसदीय पहुंच कार्यक्रम के तहत जम्मू कश्मीर और लद्दाख के अपने एक सप्ताह के दौरे के दौरान बिरला ने यह बात कही। जम्मू कश्मीर के पंचायत नेताओं को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव कराए जाने से जमीनी स्तर पर लोकतंत्र मजबूत हुआ है तथा लोकतांत्रिक संस्थान लोगों के प्रति और अधिक जवाबदेह हुए हैं। बिरला ने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर शांति, समृद्धि और विकास की ओर बढ़ रहा है। और मैं सभी पंचायत नेताओं को राष्ट्रीय राजधानी में संसद का दौरा करने के लिए आमंत्रित करता हूं। लोकसभा सचिवालय आपके लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करेगा।’’ उन्होंने बाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह संसद की सभी स्थायी समितियों को परामर्श देंगे कि वे नियमित तौर पर जम्मू कश्मीर, लद्दाख और पूर्वोत्तर राज्यों के दूरदराज क्षेत्रों का दौरा करें। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं संसद की सभी स्थायी समितियों को जम्मू कश्मीर और लद्दाख केंद्रशासित प्रदेशों तथा पूर्वोत्तर राज्यों के दूरदराज क्षेत्रों का नियमित तौर पर दौरा करने का सुझाव दूंगा। इन दौरों का उद्देश्य जमीनी हकीकत को समझना और स्थानीय लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए संभावित समाधानों का सुझाव देना होगा।’’ बिरला ने अपने दौरे के दौरान दोनों केंद्रशासित प्रदेशों में पैंगोंग झील क्षेत्र और पहलगाम सहित दूरदराज के अन्य क्षेत्रों का दौरा किया तथा स्थानीय पंचायत नेताओं से बात की। बुधवार को उनका गुलमर्ग जाने का कार्यक्रम है। पिछले कुछ महीनों में, 13 संसदीय समितियों और 300 से अधिक सांसदों ने कश्मीर घाटी का तथा 200 से अधिक सांसदों ने लद्दाख का दौरा किया है।
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