Parliament news: लोकसभा अध्यक्ष बिरला पर राहुल गांधी ने लगाए आरोप, तमिलनाडु का अधिकार छीना, तमिल भाषा पर आक्रमण
By भाषा | Published: March 17, 2020 08:36 PM2020-03-17T20:36:12+5:302020-03-17T20:36:12+5:30
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘ कल मैंने सवाल किया था कि जानबूझकर कर्ज अदायगी नहीं करने वाले 50 चूककर्ताओं के नाम बताए जाएं। फिर मुझे दूसरा पूरक प्रश्न पूछने नहीं दिया गया जो मेरे हक बनता था। मेरा हक छीना गया। मगर आज स्पीकर जी ने तमिलनाडु का हक छीना।’’
नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में मंगलवार को हिंदी भाषा के संदर्भ में द्रमुक सदस्यों को पूरक प्रश्न पूछने की अनुमति नहीं मिलने को लेकर आरोप लगाया कि अध्यक्ष ओम बिरला ने तमिलनाडु का अधिकार छीना।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि तमिलनाडु के सदस्यों को पूरक प्रश्न पूछने का मौका नहीं दिया जाना तमिल लोगों और तमिलभाषियों एवं तमिल भाषा पर आक्रमण है। गांधी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, ‘‘ कल मैंने सवाल किया था कि जानबूझकर कर्ज अदायगी नहीं करने वाले 50 चूककर्ताओं के नाम बताए जाएं। फिर मुझे दूसरा पूरक प्रश्न पूछने नहीं दिया गया जो मेरे हक बनता था। मेरा हक छीना गया। मगर आज स्पीकर जी ने तमिलनाडु का हक छीना।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ सदन में भाषा की बात हो रही थी और तमिलनाडु के सांसद अपनी भाषा को लेकर सवाल पूछना चाहते थे। तमिल उनका इतिहास है, दिल है, डीएनए है। उसके बार में वे सवाल पूछना चाहते थे। लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने सवाल पूछने नहीं दिया।’’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘आज तमिल भाषी लोगों और उनकी भाषा पर आक्रमण हुआ। यह अस्वीकार्य है।’’ दरअसल, लोकसभा में हिंदी भाषा को लेकर पूरक प्रश्न पूछने की मांग करते हुए द्रमुक के सदस्यों ने मंगलवार को हंगामा किया और अनुमति नहीं मिलने पर उन्होंने और सहयोगी कांग्रेस एवं राकांपा के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया। सदन में द्रमुक सदस्यों और केरल से कांग्रेस के कुछ सदस्यों के हंगामे के बीच राहुल गांधी खड़े हुए और कहा कि यह मुद्दा तमिलनाडु के दिल से जुड़ा है और पूरक प्रश्न पूछने का मौका मिलना चाहिए।
हिंदी भाषा पर पूरक प्रश्न पूछने की अनुमति नहीं मिलने पर द्रमुक, कांग्रेस और राकांपा का लोकसभा से वाकआउट
लोकसभा में हिंदी भाषा को लेकर पूरक प्रश्न पूछने की मांग करते हुए द्रमुक के सदस्यों ने मंगलवार को हंगामा किया और अनुमति नहीं मिलने पर उन्होंने और सहयोगी कांग्रेस एवं राकांपा के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया। भाजपा सदस्य अरविंद शर्मा के राजभाषा से संबंधित पूरक प्रश्न पूछे जाने के बाद द्रमुक सदस्यों ने इसी विषय पर पूरक प्रश्न पूछने की मांग की, हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अगला प्रश्न पूछने के लिए संबंधित सदस्य का नाम पुकारा।
इसके बाद द्रमुक के सदस्य हंगामा करने लगे। इस पर अध्यक्ष बिरला ने कहा कि द्रमुक सदस्य कनिमोई को पूरक प्रश्न पूछने (एससी-एसटी अत्याचार निवारक कानून पर) का मौका दिया गया है। सदन में द्रमुक नेता टी आर बालू ने कहा कि उन्होंने हिंदी भाषा से जुड़े प्रश्न को लेकर नोटिस दे रखा है।
द्रमुक सदस्यों और केरल से कांग्रेस के कुछ सदस्यों के हंगामे बीच पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खड़े हुए और कहा कि यह मुद्दा तमिलनाडु के दिल से जुड़ा है और पूरक प्रश्न पूछने का मौका मिलना चाहिए। इसके बाद कांग्रेस, द्रमुक और राकांपा के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया। इससे पहले पूरक प्रश्न पूछते हुए अरविंद शर्मा ने हिंदी को ‘राष्ट्रभाषा’ का दर्जा दिये जाने की मांग की। इसके जवाब में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि हिंदी को किसी राज्य पर थोपा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से हिंदी को बढ़ावा देने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है।