संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से पहले पाकिस्तान LoC बढ़ा सकता है तनाव, NSA अजीत डोभाल की उस पर पैनी नजर
By रामदीप मिश्रा | Published: September 18, 2019 09:43 AM2019-09-18T09:43:02+5:302019-09-18T09:44:33+5:30
LoC: पाकिस्तान ने इस साल अब तक बिना उकसावे के 2,050 से अधिक बार संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया जिसमें 21 भारतीयों की मौत हुई है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और वह लगातार एलओसी पर सीजफायर उल्लंघन कर रहा है। अब नई जानकारी सामने आ रही है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक (यूएनजीए) की बैठक से पहले एलओसी पर उग्रवादियों द्वारा घुसपैठ कराकर और अधिक संघर्ष विराम उल्लंघन कर तनाव बढ़ा सकता है। बता दें संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक न्यूयॉर्क में शुरुआत 24 सितंबर से 30 सितंबर तक आयोजित होने जा रही है।
खबरों के अनुसार, यूएनजीए में 23 सितंबर को जलवायु एक्शन शिखर सम्मेलन होगा और इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना भाषण देंगे। न्यूयॉर्क और जेनेवा में स्थित राजनयिकों और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल उनके साथ नहीं होंगे। डोभाल की नजर जम्मू-कश्मीर पर होगी क्योंकि भारत का मानना है कि इस्लामाबाद संयुक्त राष्ट्र संघ में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण से पहले घाटी में हिंसा बढ़ाने की कोशिश कर सकता है।
वहीं, अंतरराष्ट्रीय समूहों ने बातचीत के दौरान ये साफ कर दिया है कि मोदी सरकार द्वारा पिछले महीने अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के संदर्भ में कश्मीर मुद्दे को उठाने की कोई जरूरत नहीं है। पाकिस्तान लगातार घाटी में हिंसा भड़काने की कोशिश में है। अभी हाल ही में पाक पीएम इमरान खान ने पीओके में भड़काऊ भाषण दिया था।
भारत का मानना है कि पाकिस्तान अभी हार नहीं मानेगा और घाटी में पाकिस्तान आधारित जिहादी समूहों के माध्यम से हिंसा को बढ़ाने की कोशिश करेगा। देखा जाए तो एलओसी पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं। बीते साल के आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान ने 2140 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया।
पाकिस्तान ने इस साल अब तक बिना उकसावे के 2,050 से अधिक बार संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया जिसमें 21 भारतीयों की मौत हुई है। भारत ने पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा सीमा पार घुसपैठ को समर्थन देने और भारतीय नागरिकों और अग्रिम चौकियों को निशाना बनाने समेत बिना उकसावे के संघर्षविराम का उल्लंघन करने पर अपनी चिंताएं पाकिस्तान के समक्ष उजागर की हैं। पाकिस्तान ने अगस्त महीने में अखनूर सेक्टर से लेकर उड़ी-गुरेज तक का शायद कोई इलाका बचा होगा जहां इस अवधि में पाक तोपखानों ने सीजफायर के बावजूद गोले न बरसाए हों। 300 बार से अधिक सीजफायर उल्लंघन सिर्फ अगस्त महीने किया गया।