विदेश मंत्रालय का बयान-वार्ता पर भारत से आधिकारिक जवाब का इंतजार कर रहा है पाकिस्तान
By भाषा | Published: September 14, 2018 02:54 AM2018-09-14T02:54:34+5:302018-09-14T02:54:34+5:30
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसका देश भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार है और इस मुद्दे पर कैसे आगे बढ़ा जाए- इस पर वह भारत के आधिकारिक जवाब का इंतजार कर रहा है।
इस्लामाबाद, 14 सितंबर: पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसका देश भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार है और इस मुद्दे पर कैसे आगे बढ़ा जाए- इस पर वह भारत के आधिकारिक जवाब का इंतजार कर रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने यहां साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा,‘‘हम भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं। हमने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी अपने रुख से अवगत करा दिया है। अब भारत को जवाब देना है।’’
पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया के हाल के इस बयान कि प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने राजनीतिक खिड़की खोली है और भारत सावधानी भरी उम्मीद से देख रहा है, को याद करते हुए फैसल ने कहा, ‘‘हम उसी खिड़की का इस्तेमाल करना चाहते हैं और देखना चाहते हैं कि हम कैसे आगे बढ़ सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम लंबे समय से यह भी कह रहे हैं वार्ता ही पाकिस्तान और भारत के बीच सभी लंबित मुद्दों के समाधान का एकमात्र रास्ता है। हम भारत से जवाब की आधिकारिक रुप से बाट जोह रहे हैं कि वह कैसे आगे बढ़ना चाहता है। हमारा इस पर एक जैसा रुख रहा है।’हाल के घटनाक्रम की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री खान से बातचीत की और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को भी उनकी भारतीय समकक्ष से पत्र मिला।
दोनों देशों के बीच संबंध 2016 में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के भारत में हमलों के बाद तनावपूर्ण हो गये। सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर गलियारा खोलने की पेशकश पर भारत के किसी औपचारिक जवाब के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को भारत-अमेरिका टू प्लस टू वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में उसके विरुद्ध अवांछनीय बातों पर एतराज है। संयुक्त बयान में भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि वह अपने नियंत्रण की जमीन का उपयोग अन्य देशों पर आतंकवादी हमला करने के लिए नहीं होने दे।