दिल्ली से 120 यात्रियों को काबुल ले जा रहा था स्पाइस जेट का विमान, पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमानों ने घेरा
By विनीत कुमार | Published: October 17, 2019 08:15 PM2019-10-17T20:15:52+5:302019-10-17T20:16:43+5:30
स्पाइस जेट की इस फ्लाइट में सवार एक यात्री ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया, 'पाकिस्तानी फाइटर प्लेन पायलट ने हाथ से इशारा करते हुए स्पाइस जेट के पायलट को विमान की ऊंचाई कम करने को कहा।'
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के तनाव के बीच एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, पिछले महीने भारत से यात्रियों को लेकर काबुल जा रहे एक विमान की पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने करीब एक घंटे तक घेराबंदी थी। यह विमान स्पाइस जेट का था और बीच हवा में था जब पाकिस्तान के दो F-16 लड़ाकू विमानों ने इस कमर्शियल फ्लाइट के पायलट से संपर्क किया और उसे विमान की ऊंचाई कम करने और फ्लाइट की डिटेल्स साझा करने को कहा।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार यह घटना 23 सितंबर की है और जो फ्लाइट काबुल जा रही थी वह SG-21 है। इसने दिल्ली से काबुल के लिए उड़ान भरी थी और इसमें करीब 120 यात्री सवार थे। सबसे अहम बात ये है कि यह घटना तब हुई जब पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस भारत के लिए बंद नहीं किया था।
बहरहाल, सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के कहने के बाद स्पाइस जेट के इस फ्लाइट के कैप्टन ने उन्हें बताया, 'यह भारत का कमर्शियल फ्लाइट एयरक्राफ्ट स्पाइस जेट है जो यात्रियों को लेकर सवारी करता है और अभी काबुल जा रहा है।'
फ्लाइट में सवार एक यात्री ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया, पाकिस्तानी फाइटर प्लेन पायलट ने हाथ से इशारा करते हुए स्पाइस जेट के पायलट को विमान की ऊंचाई कम करने को कहा। सूत्रों के अनुसार हर फ्लाइट का अपना कोड होता है, जैसे स्पाइस जेट का एसजी है। इस कारण पाकिस्तान के एटीसी ने गलती से स्पाइस जेट को IA समझ लिया और उन्हें लगा कि यह भारतीय सेना या भारतीय वायुसेना का विमान है।
पाकिस्तानी एटीसी ने जैसे ही ये रिपोर्ट किया कि भारत से IA कोड का कोई विमान आ रहा है तो उन्होंने उसे घेरने के लिए F-16 लड़ाकू विमान भेज दिये। हालांकि, DGCA के एक अधिकारी के अनुसार गलतफहमी दूर होने के बाद पाकिस्तान लड़ाकू विमान उसके अफगानिस्तानी एयर स्पेस में जाने तक साथ रहे। एक यात्री के अनुसार, 'जब पाकिस्तान के F-16 विमान फ्लाइट के इर्द-गिर्द घूम रहे थे, तब सभी यात्रियों को अपने सीट के पास वाली खिड़की के परदे को बंद करने के लिए कह दिया गया था।'