भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने देश की जासूसी एजेंसी आईएसआई का ‘‘तोता’’ करार देते हुए कहा कि वह आईएसआई की भाषा बोल रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाये जाने के बाद कश्मीर पर एक चर्चा में भाग लेते हुए स्वामी ने खान को ‘‘कठपुतली’’ बताया और कहा कि यह उनकी राय है कि न कि उनकी पार्टी का दृष्टिकोण।
फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब (एफसीसी) द्वारा इस चर्चा का आयोजन किया गया था। स्वामी ने कहा, ‘‘अब केवल एकमात्र मुद्दा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का है, जो भारत का क्षेत्र है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक सवाल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का है तो वह आईएसआई की कठपुतली हैं। वह आईएसआई की भाषा बोलने वाला उनका तोता हैं।’’
पाकिस्तान के लिये सुरक्षा की पहली पंक्ति है कश्मीर : इमरान खान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान के लिये कश्मीर सुरक्षा की पहली पंक्ति है। उनकी कैबिनेट ने यह फैसला किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने जब संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे तब उस दौरान पाकिस्तान कश्मीर में स्थति को रेखांकित करेगा।
खान की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की सूचना मामलों की विशेष सहायक फिरदौस आशिक अवान ने कहा कि कैबिनेट की बैठक के दौरान खान ने जोर दिया कि कश्मीर पाकिस्तान के लिये सुरक्षा की पहली पंक्ति है। उन्होंने कहा कि मोदी 27 सितंबर को खान से पहले संयुक्तराष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे।
पाकिस्तान के विपक्षी नेता बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने कश्मीर मुद्दे से निपटने में पूरी तरह से विफल रहने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान की आलोचना की। भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान की पहले नीति यह होती थी कि श्रीनगर को भारत से कैसे लिया जाए, लेकिन अब चिंता इस को लेकर है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद को कैसे बचाया जाए।
रावलपिंडी में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि खान सरकार की अक्षमता की वजह से पाकिस्तान ने ‘कश्मीर गवां’ दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनज़ीर भुट्टो के बेटे ने कहा, ‘‘ पहले पाकिस्तान की नीति होती थी श्रीनगर को भारत से कैसे लिया जाए।
बहरहाल, इमरान खान सरकार की विफलता की वजह से अब स्थिति यह आ गई है कि हम यह सोच रहे हैं कि मुजफ्फराबाद को कैसे बचा सकते हैं।’’ भुट्टो ने कहा कि प्रधानमंत्री जानते थे कि जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करना भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र में था, बावजूद इसके खान ने कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा,‘‘ जब मामला विपक्ष का होता है तो खान खुद को शेर के तौर पर पेश करते हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने वह भीगी बिल्ली बन जाते हैं।’’