पाक ने जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम तोड़ा, 2 जवान शहीद
By भाषा | Published: June 3, 2018 09:53 AM2018-06-03T09:53:30+5:302018-06-03T12:17:02+5:30
Ceasefire Violation In Jammu: 29 मई को भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने जम्मू कश्मीर में सरहद पर गोलीबारी की घटनाओं को तुरंत रोकने के लिए 2003 के संघर्षविराम समझौते को अक्षरश : लागू करने पर सहमति जताई थी।
जम्मू , 3 जून: भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के 2003 के समझौते का ‘ अक्षरश :’ पालन करने पर सहमत होने के करीब एक हफ्ते बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने आज सुबह यहां अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बिना उकसावे के अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें सीमा सुरक्षेा बल के दो जवान शहीद हो गये।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘ पीटीआई भाषा’ को बताया कि आज तड़के अखनूर सेक्टर के प्रगवाल इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी की गई। इसमें बीएसएफ के दो कर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए। वह अग्रिम सीमा चौकी की रखवाली कर रहे थे। उन्होंने बताया कि घायलों में एक सहायक उपनिरीक्षक स्तर का कर्मी भी शामिल है। उन दोनों ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
BSF's Constable Vijay Kumar Pandey and ASI Satya Narayan Yadav, who were injured in cross-border firing by Pakistan in Akhnoor, succumbed to their injuries. #JammuAndKashmirpic.twitter.com/OXgly9L6IZ
— ANI (@ANI) June 3, 2018
अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ के कर्मियों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। सीमापार से हुई गोलीबारी संघर्षविराम का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि अंतिम रिपोर्ट आने तक गोलीबारी जारी थी।
#JammuAndKashmir: Pakistan indulges in cross-border firing in Akhnoor, visuals from the area. 2 BSF jawans lost their lives & 3 civilians were injured. Firing started at 0115 hours, BSF is retaliating. pic.twitter.com/48Lu7e9sWC
— ANI (@ANI) June 3, 2018
29 मई को भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने जम्मू कश्मीर में सरहद पर गोलीबारी की घटनाओं को तुरंत रोकने के लिए 2003 के संघर्षविराम समझौते को अक्षरश : लागू करने पर सहमति जताई थी।
यह भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर: आंतकियों ने CRPF की गाड़ी पर फेंके चार ग्रेनेड, महिला समेत 3 जवान घायल
विशेष हॉट लाइन पर हुई बातचीत में दोनों कमांडरों ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा भी की थी। हॉटलाइन पर बातचीत करने की पहल पाकिस्तानी डीजीएमओ ने की थी।
बातचीत भारत के डीजीएमओ ले. जनरल अनिल चौहान और पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा के बीच हुई थी। इसके बाद दोनों सेनाओं ने एक जैसा बयान जारी करके कहा था कि दोनों पक्ष 15 साल पुराने संघर्षविराम समझौते को लागू करने पर सहमत हैं।