पी. चिदंबरम ने निर्मला सीतारमण पर कसा तंज, कहा- अब 'चीफ इकनॉमिक एस्ट्रोलॉजर' नियुक्त कर लें
By शिवेंद्र राय | Published: July 14, 2022 03:50 PM2022-07-14T15:50:58+5:302022-07-14T15:53:13+5:30
नासा ने नई दूरबीन जेम्स वेब से ली गई अंतरिक्ष की कई नई और रंगीन तस्वीरें जारी की हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नासा की पेश तस्वीरों से जुड़े कुछ ट्वीट को रीट्वीट किये थे। इसी को लेकर चिदंबरम ने उन पर कटाक्ष किया है।
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तंज कसते हुए कहा है कि अब उन्हें एक चीफ इकनॉमिक एस्ट्रोलॉजर ( मुख्य आर्थिक ज्योतिषी) नियुक्त कर लेना चाहिए।
क्या है पूरा मामला
हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने ब्रह्मांड की अब तक की सबसे साफ और गहरी तस्वीरें जारी की थीं। ये तस्वीरें नई दूरबीन जेम्स वेब से ली गई थीं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन तस्वीरों से जुड़े कुछ ट्वीट रीट्वीट किए थे।
And this! “…stellar winds shape colossal walls of dust and gas.”
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) July 12, 2022
Fascinating! https://t.co/3bfn8zIYUt
निर्मला सीतारमण के इन्हीं ट्वीट्स पर तंज कसते हुए पूर्व वित्तमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, "हम इस बात से हैरान नहीं हैं कि वित्त मंत्री ने उस दिन बृहस्पति, प्लूटो और अरुण ग्रहों की तस्वीरें ट्वीट कीं जब मुद्रास्फीति 7.1 प्रतिशत और बेरोजगारी दर 7.8 प्रतिशत दर्ज की गयी।"
वित्त मंत्री निर्मला सीतीरमण पर कटाक्ष करते हुए पी. चिदंबरम ने आगे लिखा, "अपने खुद के कौशल और अपने आर्थिक सलाहकारों के हुनर में उम्मीद खो देने के बाद वित्त मंत्री ने ग्रहों का आह्वान किया है कि वे अर्थव्यवस्था को बचाएं।" चिदंबरम ने कहा, "इसकी शुरुआत करने के लिये उन्होंने एक नए सीईए यानी चीफ इकोनॉमिक एस्ट्रोलॉजर (मुख्य आर्थिक ज्योतिषी) की नियुक्ति करनी चाहिए।"
We are not surprised that the Finance Minister tweeted pictures of Jupiter, Pluto and Uranus on the day when Inflation printed at 7.01% and unemployment printed at 7.8%
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 14, 2022
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम आर्थिक मामलों को लेकर सरकार पर हमला करते रहतेहैं। हाल ही में अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि, "2022-23 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 6.4 प्रतिशत तय करने के कुछ महीनों के भीतर ही सरकार पीछे हट रही है। अब सरकार कह रही है कि वह राजकोषीय घाटे को 6.7 प्रतिशत पर रखने का प्रयास करेगी. राजकोषीय घाटे का यही स्तर 2021-22 में भी था।''
Within months of setting the FD target at 6.4 per cent for 2022-23, government is backsliding
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) June 24, 2022
Now, Government is saying it will "try to keep the FD at 6.7 per cent", same as the level in 2021-22
बता दें कि अभी निर्मला सीतारमण ने हाल ही में कहा था कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और सरकार द्वारा चलाए जा रहे अन्य कार्यक्रमों की वजह से गरीब और कमजोर तबके को मुद्रास्फिति से राहत मिली है। सीतारमण ने संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की रिपोर्ट का हवाला दिया और कहा कि इसके अनुसार भारत में लोगों की महंगाई की वजह से गरीब होने की संभावना शून्य के बराबर है।
कांग्रेस और विपक्षी दल निर्मला सीतारमण के इस बयान से भी असहमत दिखे।