प्रवासी मज़दूरों की घर वापसी में यूपी ने किया टॉप, 22 लाख प्रवासी कामगार लौटे घरः सरकार
By भाषा | Published: June 9, 2020 08:44 PM2020-06-09T20:44:57+5:302020-06-09T20:44:57+5:30
उत्तर प्रदेश में 1642 ट्रेनों से 22.17 लाख से अधिक प्रवासी कामगार एवं श्रमिकों ने घर वापसी की है. सरकार का दावा है कि वो दक्षिण के राज्यों से भी अपने कामगारों एवं श्रमिकों को प्रदेश में लाने में कामयाब हुई है. यूपी सरकार का कहना है कि वो उड़ीसा, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के ईंट भट्ठा श्रमिकों को उनके घर वापस भेजने का भी इंतज़ाम कर रही है
लखनऊ: लॉकडाउन के कारण देश भर से प्रवासी कामगारों का पलायन जारी है. इस पलायन में सबसे ज्यादा कामगार यूपी लौटे हैं. उत्तर प्रदेश में 1642 ट्रेनों के जरिए अब तक 22.17 लाख से अधिक प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आये हैं. अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने मंगलवार को कहा, ''देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं. दक्षिण के राज्यों से भी हम अपने कामगारों एवं श्रमिकों को प्रदेश में लाने में सफल हुए हैं .'' अवस्थी ने कहा, ''प्रदेश में अब तक 1642 ट्रेनों से 22.17 लाख से अधिक लोगों को लाया जा चुका है .
गोरखपुर में अब तक 278 ट्रेनों से 3, 56, 650 कामगार एवं श्रमिक आये हैं .'' उन्होंने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 548 ट्रेनों से 7, 98, 089 लोग आ चुके हैं . महाराष्ट्र से 428 ट्रेनें, पंजाब से 235 ट्रेनें तथा दिल्ली से 103 ट्रेनें कामगारों एवं श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं . अवस्थी ने बताया कि उड़ीसा, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के ईंट भट्ठा श्रमिकों को उनके राज्य में भेजे जाने की व्यवस्था उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है.
अवस्थी ने कहा कि धारा 188 के तहत 63, 445 एफआईआर दर्ज करते हुये 1, 74, 466 लोगों को नामजद किया गया है . प्रदेश में अब तक 60, 40, 899 वाहनों की सघन जांच में 53, 166 वाहन सीज किये गये. चेकिंग अभियान के दौरान 27, 11, 72, 236 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया . अपर मुख्य सचिव ने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 908 लोगों के खिलाफ 691 एफआईआर दर्ज करते हुए 323 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि ‘फेक न्यूज’ के तहत अब तक 1408 मामलों को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की गई है .