हैदराबाद: मध्यप्रदेश में राजगढ़ जिला जेल में मुस्लिम युवकों की जबरन दाढ़ी काटे जाने पर उपजे विवाद में अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो चुकी है। एआईएमआईएम प्रमुख ने सोमवार को कहा, मप्र में धारा 151 के तहत गिरफ्तार 5 युवकों की जबरन दाढ़ी हटाना हिरासत में प्रताड़ना और अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है।
उन्होंने कहा, राज्य में 7 प्रतिशत मुस्लिम आबादी में से, मुकदमे के तहत 14 फीसदी मुस्लिमों पर है। उन्होंने कहा, राज्य में 56 प्रतिशत मुस्लिम बंदी हैं। यह मुसलमानों के प्रति भेदभावपूर्ण है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, ये साफ दिखता है कि भाजपा की हुकूमत वहां पर मुसलमानों के साथ भेदभाव कर रही है।
यहां एआईएमआईएम सांसद ने सवाल करते हुए पूछा कि क्या भारत सरकार घोषणा करेगी कि हम अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संधियों में विश्वास नहीं करते? उन्होंने कहा, भाजपा खुलकर कह दे कि हम धर्मनिरपेक्षता, बहुलवाद और विविधता को नहीं मानते हैं।
गौरतलब है कि बीते 13 सितंबर को जीरापुर के वार्ड 14 निवासी कलीम खां को धारा 151 के तहत राजगढ़ जेल में बंद किया गया था। कलीम का आरोप है कि अगले दिन सुबह जेलर निरीक्षण करने आए तो दाढ़ी देखकर भड़क गए और जबरदस्ती दाढ़ी कटवा दी। कलीम ने आरोप लगाया कि जेलर ने उसे पाकिस्तानी कहा और अभद्रता भी की।