कर्नाटक: कांग्रेस मंत्री ने मांगी माफी, कहा- लिंगायतों को विभाजित करना बड़ी गलती
By स्वाति सिंह | Published: October 18, 2018 04:57 PM2018-10-18T16:57:26+5:302018-10-18T16:57:26+5:30
राज्य मंत्री शिवकुमार ने आगे कहा कि हमारी सरकार से यह गलती हुई तो इसके लिए मैं माफी मांगता हूं और आप हमें माफ कर दीजिए।धर्म को लेकर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए और अगर इसपर राजनीति हुई है तो आप मानवता का सम्मान नहीं कर सकते।'
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा लिंगायत समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा देने के फैसले पर पहली बार सार्वजानिक तौर माफी मांगी है। राज्य के जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार ने बुधवार को एक जनसभा संबोधित करते हुए कहा कि लिंगायत-वीरशैव के बीच विभाजन करना बड़ी गलती थी।
उन्होंने कहा 'सरकार में रहते हुए हमसे एक बड़ी गलती हुई। राजनीतिक दलों को धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। कई मंत्रियों नेताओं ने इन मामलों में हस्तक्षेप किया और चुनावी नतीजें उनके फैसले के सबूत हैं।
राज्य मंत्री शिवकुमार ने आगे कहा कि हमारी सरकार से यह गलती हुई तो इसके लिए मैं माफी मांगता हूं और आप हमें माफ कर दीजिए।धर्म को लेकर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए और अगर इसपर राजनीति हुई है तो आप मानवता का सम्मान नहीं कर सकते।'
Our govt committed big mistake.Political parties shouldn't interfere in religious matters. Many ministers,leaders spoke about it but election verdict is proof, it was a mistake. No political party should do politics with religion:K'taka Min DK Shivakumar on Lingayat issue (17.10) pic.twitter.com/hiu357YOaM
— ANI (@ANI) October 18, 2018
उन्होंने कहा 'राज्य में उस समय बहुत सारे राजनीतिक विकास हो रहे थे, लेकिन धर्म के मामलों में किसी भी सरकार को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए था।
गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले ही राज्य में कांग्रेस सरकार ने लिंगायत को अल्पसंख्यक का दर्जा देने का फैसला किया था। जिसके बाद लिंगायत समुदाय और दलित समुदाय ने इसका खूब विरोध किया था।