EVM-VVPAT पर बवाल: वोटों की गिनती में होगा हंगामा! विपक्ष ने किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए कसी कमर
By निखिल वर्मा | Published: May 21, 2019 06:29 PM2019-05-21T18:29:55+5:302019-05-21T18:29:55+5:30
यूपी-बिहार के कई हिस्सों में विपक्ष ने ईवीएम में धांधली के प्रयास के आरोप लगाए हैं। बिहार के सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के स्ट्रॉन्ग रूम में जहां आरजेडी ने ईवीएम बदलने की कोशिशों का आरोप लगाया है वहीं, यूपी के मऊ में पुलिस को बसपा समर्थकों पर भीड़ हटाने के लिए लाठीचार्च करना पड़ा।
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे 23 मई को आने वाले हैं। उससे पहले ईवीएम और वीवीपैट के मुद्दे पर सड़क से लेकर चुनाव आयोग तक संग्राम मचा हुआ है। मंगलवार को 19 विपक्षी दलों के नेता इस मुद्दे पर चुनाव आयोग का रुख किया।
क्या है विपक्ष की मांग
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव आयोग प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 5 बूथों में ईवीएम और वीवीपैट के पर्चियों का मिलान होने वाला है। अभी चुनाव आयोग एक जिले में पहले सभी बूथों के मतों की गिनती करेगा। उसके बाद किसी भी 5 बूथों का ईवीएम-वीवीपैट की पर्ची का मिलान करेगा।
विपक्ष ने मांग की है कि पहले 5 बूथों में ईवीएम-वीवीपैट का मिलान होगा। अगर जरा भी सी गड़बड़ी निकलती है तो सभी बूथों में ईवीएम-वीवीपैट का मिलान हो। देश में 4125 विधानसभा क्षेत्र हैं और 20625 बूथों पर वीवीपैट पर्चियों का मिलान होने वाला है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं कहा, ‘‘हमनें मांग की है कि वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान पहले किया जाए और फिर मतगणना की जाए।’’ विपक्षी नेताओं ने कई स्थानों पर स्ट्रांग रूम से ईवीएम के कथित स्थानांतरण से जुड़ी शिकायतों पर कार्रवाई की मांग की।
एनडीए के पूर्व सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा ने धमकी
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, 'बिहार के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री होंगे, हम उनसे कहना चाहते हैं कि ऐसा कोई काम करने का सोच भी रहे हो तो बंद करो, नहीं तो जनता में जो आक्रोश हो रहा है। अगर इन लोगों का रवैया यही जारी रहा, तो कानून नहीं संभल पाएगा। जो चारों तरफ से खबर आ रही है, लोग जो बता रहे हैं। यही रवैया इनका जारी रहा तो सड़कों पर खून बहेगा। हम सचेत करना चाहते हैं, शासन और प्रशासन में बैठे लोगों को।' कुशवाहा ईवीएम से जुड़ी घटनाओं पर टिप्पणी कर रहे थे।
कथित छेड़छाड़ की खबरों पर चिंतित: प्रणब मुखर्जी
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ईवीएम संबंधी विवाद को लेकर मतदाताओं के फैसले से कथित छेड़छाड़ पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि संस्थागत सत्यनिष्ठा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग पर है, जिसे सभी अटकलों पर विराम लगाना चाहिए। मुखर्जी ने यह भी कहा कि भारतीय लोकतंत्र के मूल आधार को चुनौती देने वाली किसी भी अटकल के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
ईवीएम की सुरक्षा में गड़बड़ी की आशंका को लेकर हंगामा
यूपी-बिहार के कई हिस्सों में विपक्ष ने ईवीएम में धांधली के प्रयास के आरोप लगाए हैं। बिहार के सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के स्ट्रॉन्ग रूम में जहां आरजेडी ने ईवीएम बदलने की कोशिशों का आरोप लगाया है वहीं, यूपी के मऊ में पुलिस को बसपा समर्थकों पर भीड़ हटाने के लिए लाठीचार्च करना पड़ा। ईवीएम का मुद्दा सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है और यह मंगलवार सुबह दूसरे नंबर पर ट्रेंड कर रहा है।
देवड़ा ने ईवीएम छेड़छाड़ पर महाराष्ट्र के सीईओ को पत्र लिखा
मुंबई कांग्रेस प्रमुख मिलिंद देवड़ा ने महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को पत्र लिखकर शहर के विभिन्न केंद्रों में रखी ‘ईवीएम के साथ छेड़छाड़’ का अंदेशा जताया है। मुंबई दक्षिण सीट से कांग्रेस प्रत्याशी देवड़ा ने आरोप लगाया कि उन्हें ऐसी आशंका को लेकर ‘काफी चौंकाने’ वाला फीडबैक मिला है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन केंद्रों के आसपास संदिग्ध तरीके से कुछ लोगों और गाड़ियों घूमते हुए देखा गया है।
प्रियंका गांधी ने कहा, मतगणना केंद्रों पर डटे रहें
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे अफवाहों एवं एक्जिट पोल पर ध्यान ना दें, और स्ट्रांग रूम तथा मतगणना केंद्रों पर डटे रहें और चौकन्ने रहे।
निर्वाचन आयोग की चुप्पी चिंताजनक : महबूबा
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि हाल ही में संपन्न आम चुनाव में इस्तेमाल की गईं ईवीएम के स्थानांतरण का ‘‘प्रमाण’’ सामने आने के बावजूद निर्वाचन आयोग की चुप्पी चिंताजनक है । महबूबा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ईवीएम स्थानांतरण का ठोस साक्ष्य होने के बावजूद निर्वाचन आयोग की ओर से इन चिंताओं पर कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है जिससे चिंतित हूं । ’’
ईवीएम के मुद्दे पर विपक्ष एकजुट
ईवीएम के मुद्दे पर विपक्षी नेताओं की बैठक में कांग्रेस से अहमद पटेल, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद और अभिषेक मनु सिंघवी, माकपा से सीताराम येचुरी, तृणमूल कांग्रेस से डेरेक ओब्रायन, तेदेपा से चंद्रबाबू नायडू, आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, सपा से रामगोपाल यादव, बसपा से सतीश चंद्र मिश्रा एवं दानिश अली, द्रमुक से कनिमोई, राजद से मनोज झा, राकांपा से प्रफुल्ल पटेल एवं माजिद मेमन और कई अन्य पार्टियों के नेता शामिल हुए।