24 साल बाद सिक्किम में नया सीएम, एसकेएम नेता राज्यपाल से मिले, सरकार बनाने का दावा पेश किया
By भाषा | Published: May 25, 2019 06:27 PM2019-05-25T18:27:45+5:302019-05-25T18:27:45+5:30
एसकेएम सूत्रों ने बताया कि उनके विधायक दल ने मुख्यमंत्री के मुद्दे पर फैसले लेने का जिम्मा गोले को सौंपा है। सूत्रों ने बताया कि गोले ने चुनाव नहीं लड़ा लेकिन पार्टी रैंक उन्हें अगला मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। बताया जा रहा है कि राज्यपाल मुख्यमंत्री की शपथ लेने के लिए गोले को आमंत्रित करने प्रभावों के बारे में कानूनी विशेषज्ञों की राय ले रहे हैं।
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के प्रतिनिधिमंडल ने अपने अध्यक्ष पी एस गोले के नेतृत्व में शनिवार को राज्यपाल गंगा प्रसाद से मुलाकात की और राज्य में अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया।
हालांकि, एसकेएम नेताओं ने विधायक दल के नेता के नाम को लेकर चुप्पी साधे रखी। एसकेएम की स्थापना साल 2013 में हुई थी और उसने 32 सदस्यीय विधानसभा में 17 सीटें जीतते हुए बहुमत हासिल किया। एसडीएम ने 15 सीटें जीती।
राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद राज भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए गोले ने कहा कि उनकी पार्टी ने प्रसाद से एसकेएम को सिक्किम में अगली सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने का अनुरोध किया। यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर उन्होंने कहा कि इसके बारे में जल्द ही फैसला लिया जाएगा।
एसकेएम सूत्रों ने बताया कि उनके विधायक दल ने मुख्यमंत्री के मुद्दे पर फैसले लेने का जिम्मा गोले को सौंपा है। सूत्रों ने बताया कि गोले ने चुनाव नहीं लड़ा लेकिन पार्टी रैंक उन्हें अगला मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। बताया जा रहा है कि राज्यपाल मुख्यमंत्री की शपथ लेने के लिए गोले को आमंत्रित करने प्रभावों के बारे में कानूनी विशेषज्ञों की राय ले रहे हैं।
गोले को भ्रष्टाचार के एक मामले में एक साल की जेल की सजा सुनाई गई थी और उन्होंने जेल की सजा काटी थी। उन्हें 2017 में विधायक पद से अयोग्य भी घोषित किया गया था। एसकेएम ने पांच बार मुख्यमंत्री रहे पवन कुमार चामलिंग के नेतृत्व वाली सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) को सत्ता से बाहर किया।
विपक्षी नेता की भूमिका निभाने को तैयार: चामलिंग
24 साल तक सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे पवन कुमार चामलिंग ने रविवार को कहा कि वह जनादेश का सम्मान करते हैं और विपक्षी नेता की भूमिका निभाने को तैयार हैं।
चामलिंग दिसंबर 1994 से मुख्यमंत्री थे। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। चामलिंग ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, "मैं लोकतंत्र का सिपाही हूं। लोग जहां भी मुझे रखेंगे, मैं वहां रहूंगा। इस बार वह मुझे विपक्ष में रखना चाहते हैं और मैं इस आदेश का सम्मान करता हूं।