'पिछली बार के मुकाबले छात्र उपस्थिति में 10 प्रतिशत का ही अंतर', JEE प्रवेश परीक्षा को लेकर शिक्षा मंत्री का दावा
By स्वाति सिंह | Published: September 2, 2020 09:49 PM2020-09-02T21:49:22+5:302020-09-02T21:49:22+5:30
देश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई)- मुख्य मंगलवार को महामारी की वजह से सख्त एहतियाती उपायों और सामाजिक दूरी के साथ-साथ कुछ धड़ों द्वारा इस अहम परीक्षा को स्थगित करने की मांग के बीच हुई। हालांकि, यह परीक्षा पहले ही दो बार स्थगित हो चुकी थी।
नई दिल्ली: जेईई मेन्स की केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने बुधवार को कहा कि मैं छात्रों को बधाई देता हूं कि उन्होंने इन विषम परिस्थितियों में अध्ययन किया और परीक्षा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे अभिभावकों के बहुत सारे संदेश आए हैं वो व्यवस्थाओं से काफी ज्यादा खुश हैं। इसके लिए मैं प्रदेशों के मुख्यमंत्री गणों का आभार प्रकट करता हूं।'
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा, 'इस बार की परीक्षाओं में पिछली बार के मुकाबले छात्र उपस्थिति में मुश्किल से 10 प्रतिशत का ही अंतर है। सरकार ने छात्रों के हित में ये फैसला लिया। मुझे खुशी है कि आज पूरा देश इस निर्णय के साथ खड़ा है।
JEE-NEET परीक्षा पर ममता बनर्जी- 25% बच्चे हुए शामिल
उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए कराई जा रही प्रवेश परीक्षाओं JEE-NEET को लेकर सवाल उठाए। ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में पहले दिन बस 25 फीसदी बच्चे ही शामिल हो पाए।
उन्होंने कहा, 'JEE के पहले दिन बंगाल में बस 25 फीसदी बच्चे एग्जाम में शामिल हो पाए। 4,652 अभ्यर्थियों में से बस 1167 एग्जाम में शामिल हुए। यह बस 25% है। 75% बच्चों ने परीक्षा नहीं दी। यह परीक्षा कुछ दिनों बाद क्यों नहीं ली गई?'
उम्मीदवारों ने साझा किए परीक्षा के दिन के अनुभव
दिल्ली के उत्तम नगर से विवेक विहार स्थित परीक्षा केंद्र आए निखिल कुमार ने कहा कि परीक्षा बहुत ही सुचारू तरीके से संपन्न हुई। उन्होंने कहा, ‘‘परिसर के भीतर भी कर्मचारियों द्वारा सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित किया गया। परीक्षा ठीक हुई। मैंने ऑनलाइन कक्षाओं की मदद से प्रवेश परीक्षा की तैयारी की थी। मुझे इस बात की राहत है कि देरी के बावजूद अंतत: परीक्षा संपन्न हुई।’’
भीकाजी कामा प्लेस निवासी विशाल गुप्ता कैब के जरिये परीक्षा केंद्र पहुंचे। गुप्ता ने बताया, ‘‘परीक्षा सुबह 9:30 बजे से दोपहर बारह बजे तक हुई। मेरे परीक्षा कक्ष में करीब 50 छात्र बैठे थे। स्कूल कर्मियों द्वारा सामाजिक दूरी का कड़ाई से अनुपालन कराया गया। परीक्षा केंद्र पहुंचने में मुझे किसी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा।’’