जम्मू-कश्मीरः कुपवाड़ा जिले में आतंकियों से मुठभेड़ में एक जवान हुआ शहीद
By रामदीप मिश्रा | Published: July 11, 2018 05:40 PM2018-07-11T17:40:10+5:302018-07-11T17:42:10+5:30
मिली जानकारी के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान जवान मुकुल मीना को गोली लग गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया घायल जवान को तत्काल प्रभाव से सुरक्षित निकालकर दुर्गमूला में सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
श्रीनगर, 11 जुलाईः जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को सूबे के कुपवाड़ा जिले के जंगलों आतंकवादियों से मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद गया है, जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। मिली जानकारी के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान जवान मुकुल मीना को गोली लग गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
घायल जवान को तत्काल प्रभाव से सुरक्षित निकालकर दुर्गमूला में सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें, सुरक्षाबलों ने आतंकियों की तलाश के लिए मंगलवार दोपहर अभियान शुरू किया था और मंगलवार को शुरू हुए एनकाउंटर में आतंकी मौका देककर वहां से भाग गए थे। हालांकि बुधवार को उन्हें खोज निकाला गया और उनके खात्मे के लिए एनकाउंटर जारी है।
#Visuals Encounter underway between security forces and terrorists in Kupwara. One security personnel killed and one critically injured during the encounter. (Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/r5Y7JfOa5e
— ANI (@ANI) July 11, 2018
इससे पहले जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराए थे। इस मुठभेड़ में मारे गए दो आतंकवादियों में से एक की पहचान कर ली गई थी, जिसमें एक आतंकवादी का नाम बाबर था। वह जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर था। इसका संबंध पाकिस्तान से है।
बता दें कि इससे पहले बीती 9 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के त्राल में आतंकियों ने 180 बटालियन के सीआरपीएफ के कैंप पर ग्रेनेड से हमला कर दिया था। हांलाकि इस हमले में किसी भारी नुकसान की खबर सामने नहीं आई है। इसके अलावा नौ जुलाई को कुपवाड़ा जिले में सुरक्षा बलों के साथ चली मुठभेड़ में एक आतंकवादी को मार गिराया गया था।
उल्लेखनीय है जम्मू कश्मीर में इन दिनों भारतीय सरकार ने सेना को ऑपरेशन ऑल आउट की छूट दे रखी है। इसका मतलब होता है कि सेना अपने विवेक से आतंकी गतिविधियों को पहचाने और आतंक की आशंका मात्र पर सेना कार्रवाई कर सकती है। हाल ही में सेना के जवान जावेद डार व औरंगजेब को आतंकियों ने अगवा कर के गोली मार दी थी। इसके बाद सेना अपना अभियान और तेज कर दिया है।
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