1800 किलोग्राम से अधिक स्यूडोफेड्रइन जब्त, कीमत 25 करोड़, 3 विदेशी अरेस्ट, सबसे बड़ी मात्रा में जब्ती
By भाषा | Published: May 11, 2019 08:10 PM2019-05-11T20:10:49+5:302019-05-11T20:10:49+5:30
नोएडा पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जिस मकान में ये संदिग्ध किरायेदार के रूप में ठहरे हुए थे वह एक आईपीएस अधिकारी का है। यह आईपीएस अधिकारी फिलहाल लखनऊ में आर्थिक अपराध शाखा में तैनात हैं। एनसीबी ने दक्षिण अफ्रीका की एक महिला से पूछताछ के बाद इतनी बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ की जब्ती की।
मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने ग्रेटर नोएडा में शनिवार को एक कारखाने के बाहर 1800 किलाग्राम से अधिक स्यूडोफेड्रइन जब्त कर और तीन विदेशियों का गिरफ्तार कर देश में इस मादक पदार्थ की सबसे बड़ी जब्ती करने का दावा किया। एनसीबी सूत्रों ने बताया कि 1800 किलोग्राम स्यूडोफेड्रइन के साथ दो किलोग्राम कोकीन भी जब्त की गयी। इनकी कीमत लगभग 25 करोड़ रुपये है।
नोएडा पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जिस मकान में ये संदिग्ध किरायेदार के रूप में ठहरे हुए थे वह एक आईपीएस अधिकारी का है। यह आईपीएस अधिकारी फिलहाल लखनऊ में आर्थिक अपराध शाखा में तैनात हैं। एनसीबी ने दक्षिण अफ्रीका की एक महिला से पूछताछ के बाद इतनी बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ की जब्ती की।
इस महिला को कथित रूप से 24.7 किलोग्राम स्यूडोफेड्रइन लाने को लेकर नौ मई को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। पहले उसे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने पकड़ा था। एनसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘स्यूडोफेड्रइन एक ऐसा रसायन है जिसका उपयोग मेथमफेटमाइन के विनिर्माण में किया जाता है।
मेथमफेटमाइन एक ड्रग है जिसका यूरोप और दक्षिण पूर्व एशिया में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ भारत में स्यूडोफेड्रइन की यह अबतक सबसे बड़ी जब्ती है जिसे किसी फैक्टरी परिसर के बाहर रखा गया था। हमारे रिकार्ड के अनुसार यह किसी एजेंसी द्वारा सबसे बड़ी जब्ती है।’’
उन्होंने कहा कि आमतौर पर इतनी बड़ी मात्रा आवासीय या वाणिज्यिक परिसरों में नहीं बल्कि कारखानों में मिलता है। अधिकारी के अनुसार महिला से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर एनसीबी की दिल्ली क्षेत्र इकाई के अधिकारी 10 मई को ग्रेटर नोएडा में एक मकान पर पहुंचे, जहां से उन्हें 1818 किलोग्राम स्यूडोफेड्रइन, 1.9 किलोग्राम कोकीन जब्त किये गये।
अधिकारियों के अनुसार पहले पकड़ी गयी महिला के अलावा उस मकान से एक नाइजीरिया पुरुष और एक नाइजीरिया महिला को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों को एनडीपीएस कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। नोएडा पुलिस ने कहा कि ये विदेशी सेक्टर पी 4 में एक मकान में विदेशी रह रहे थे, लेकिन स्थानीय पुलिस द्वारा उनकी पहचान का कोई सत्यापन नहीं किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने कहा, ‘‘किसी भी विदेशी के लिए एलआईयू (स्थानीय खुफिया इकाई) द्वारा सत्यापन कराना जरूरी होता है। उन्होंने यह नहीं कराया। इस चूक एवं अन्य किसी चूकों को लेकर जिम्मेदारी तय करने के लिए जांच की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि एनसीबी ने ग्रेटर नोएडा में स्वतंत्र रूप से कार्रवाई की, स्थानीय पुलिस की कोई भूमिका नहीं है। इस बीच, पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि कैसे संदिग्धों को आईपीएस अधिकारी का मकान किराये पर मिल गया और वे कब से वहां ठहरे हुए थे।