"महाराष्ट्र में एक सीएम और दो डिप्टी सीएम इस समय जनरल डायर की भूमिका में हैं", संजय राउत ने मराठा प्रदर्शनकारियों पर हुए लाठीचार्ज के लिए साधा शिंदे सरकार पर निशाना
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 4, 2023 01:56 PM2023-09-04T13:56:52+5:302023-09-04T14:01:44+5:30
संजय राउत ने जालना में मराठाओं के लिए आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज को लेकर शिंदे सरकार पर तीखा कटाक्ष किया है।
मुंबई: शिव सेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सोमवार को जालना में मराठाओं के लिए आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज को लेकर महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार पर तीखा कटाक्ष किया है। संजय राउत ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ''बिना उपर के आदेश के यह लाठीचार्ज नहीं हुआ होगा। महाराष्ट्र में इस समय 'जनरल डायर' का राज है। अजित पवार के मामले में ईडी ने क्या किया? जो भाजपा की वॉशिंग मशीन में धुल गये हैं, उन्हें पद्म भूषण या पद्म श्री वार्ड जैसे और कई पुरस्कार दे दीजिए।''
राउत के इस बयान से पहले बीते शनिवार को सारती अंतरवाली गांव में प्रदर्शनकारियों से मुलाकात के बाद शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद के विशेष सत्र में मराठाओं को आरक्षण देने की मांग की है। संजय राउत ने कहा, “उद्धव ठाकरे ने उस जगह का दौरा किया है, जहां लाठीचार्ज की वह घटना हुई थी। मराठा आरक्षण पर सरकार द्वारा बुलाए गए विशेष संसदीय सत्र में चर्चा की जानी चाहिए।"
उसके बाद उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी माने जाने वाले संजय राउत ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दोनों डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस और अजित पवार पर बेहद अपमानजनक टिप्पणी करते हुए उनकी तुलना जनरल डायर से की।
संजय राउत ने कहा, “मुंबई के मंत्रालय में बैठा जनरल डायर कौन है, जिसने मराठा आरक्षण की मांग कर रहे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का आदेश दिया है? महाराष्ट्र सरकार में इस समय तीन जनरल डायर हैं- एक सीएम और दो डिप्टी सीएम।” उन्होंने कहा, "आज मराठाओं पर लाठीचार्ज हो रहा है, अजित पवार कहां हैं, जो एक समय पहले मराठाओं के विरोध में शामिल हुए थे।"
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने भी राज्य की शिंदे सरकार पर सवाल उठाते हुए इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग की।
आदित्य ठाकरे ने बीते रविवार को कहा, "मैंने भी ने देखा है कि जालना में क्या हुआ। लाठीचार्ज बहुत क्रूर था जैसे कि आप अपने दुश्मन पर हमला कर रहे हों। वह विरोध एक संवेदनशील मुद्दे से संबंधित था। यह संभव नहीं है कि पुलिस प्रमुख मंत्री को बिना बताए लाठीचार्ज करेगा। अगर राज्य सरकार में थोड़ी भी शर्म है तो उन्हें फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए।''