'लव जिहाद' को धर्म विशेष से जोड़ने पर संजय राउत ने कहा, "कई लड़कियों को हिंदू लड़कों ने भी मारा है तो इसका क्या अर्थ निकाला जाए"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 3, 2022 06:30 PM2022-12-03T18:30:57+5:302022-12-03T18:35:19+5:30
शिवसेना (उद्धव गुट) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने आफताब पूनावाला को हाथों मारी गई श्रद्धा वालकर की हत्या को लव जिहाद से जोड़े जाने पर सख्त आपत्ति जताई है। राउत ने कहा कि हमें यह बात समझने की जरूरत है कि मूल रूप से यह विकृति और अमानवीयता है। इसे धर्म के चश्मे से न जोड़कर देखा जाए।
मुंबई: शिवसेना उद्धव गुट के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता संजय राउत ने दिल्ली में अपने लिवइन पार्टनर आफताब पूनावाला को हाथों मारी गई श्रद्धा वालकर की हत्या को लव जिहाद से जोड़े जाने पर सख्त आपत्ति जताई है। संजय राउत ने शनिवार को नासिक में हिंदूवादी संगठनों द्वारा कथित लव जिहाद और श्रद्धा हत्यकांड में प्रदेश भर में निकाले जाने वाले मार्च पर टिप्पणी करते हुए कहा, "हम सभी को एक साथ बैठकर इस मसले पर फैसला लेना है।"
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए संजय राउत ने कहा, "हमें यह देखना होगा कि श्रद्धा की हत्या वाकई में लव जिहाद का मामला है या यह कुछ और ही है। आफताब द्वारा श्रद्धा की हत्या जैसे घिनौने अपराध के बाद कई लड़कियों को हिंदू लड़कों द्वारा धमकी दी जा रही है और ऐसा नहीं है कि यह मामला एकतरफा है, कई हिंदू लड़कों ने दूसरे धर्म से ताल्लूक रखने वाली लड़कियों की हत्या की है, तो इसका क्या अर्थ निकाला जाए।"
आफताब पूनावाला द्वारा दिल्ली के छतरपुर में श्रद्धा वालकर की बेरहमी से की गई हत्या के बाद से इस समय पूरे महाराष्ट्र में हिंदुत्ववादी संगठन बहुत गुस्से में हैं और लव जिहाद के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग को लेकर राज्यव्यापी मार्च निकाला रहें हैं। विभिन्न संगठनों द्वारा नासिक और त्र्यंबकेश्वर में भी शनिवार को इसी तरह मार्च निकाला गया। इसी पृष्ठभूमि में ठाकरे गुट के शिवसेना सांसद संजय राउत से नासिक में कहा, "हमें यह बात समझने की जरूरत है कि मूल रूप से यह विकृति और अमानवीयता है। हमें जाति और धर्म से उपर उठकर देश की हर लड़की की रक्षा करनी है।"
इसके साथ ही सांसद राउत ने यह भी कहा कि ऐसे कृत्य करने वालों को स्पीडी ट्रायल चलाकर फौरन फासी की सजा देनी चाहिए ताकि लोगों के मन में इस तरह के अपराध के प्रति खौफ पैदा हो और इस तरह की घटनाएं समाज में दोबारा न हों। इसके साथ ही हमारे समाज को भी नैतिक मूल्यों के प्रति फिर से गंभीर होना पड़ेगा और पश्चिमी सभ्यता के कुप्रभावों से अपने बच्चों को बचाना होगा।
इस विषय के इतर शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा खुद को अपशब्दों पर बोले जाने पर संजय राउत ने कहा, "अगर कोई मुझे देशद्रोही कहकर गाली देता है तो इसे मैं अपने सम्मान के तौर पर लेता हूं। लेकिन मेरा अपमान करने से पहले उन्हें महाराष्ट्र के राज्यपाल, भाजपा के मंत्रियों और प्रवक्ताओं को भी कुछ सिखाना चाहिए कि वो किस तरह से बोलें या बयान दें।"
राउत ने कहा, "गायकवाड़ मुझे नहीं छत्रपति शिवाजी महाराज और सावित्रीबाई फुले का अपमान करने वालों को गद्दारों को बोलें न। बीजेपी के प्रवक्ता हमें गाली दें और हम उन पर फूल बरसाएंगे ऐसा तो नहीं होगा। जब मोदी को रावण कहा जाता है तो उनकी पहचान जग जाहिर हो जाती है, लेकिन जब शिवाजी महाराज की बात आती है तो उनकी पहचान जाहिर नहीं होती है, क्यों वो उस विवाद पर खामोश हैं।"