दिल्ली हिंसा में अब तक 39 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली के नालों से एक के बाद एक लाशें बाहर आ रही है। वहीं, करीब 250 लोगों को अस्पताल में घायल अवस्था में भर्ती कराया गया है। इसी बीच हिंसा पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक खबर को साझा करते हुए ट्वीट कर कहा कि अपने दिल का दर्द दिल में ही दबाये रखें हैं, करते बयां तो पूरी महफिल को रूला देते।
दरअसल, औवैसी ने जो खबर साझा किया है, उसकी हेडिंग कुछ इस तरह है कि दिल्ली हिंसा में जिन लोगों के घर व उम्मीद बर्बाद हुए हैं, वह अपने मुहल्ले को छोड़कर कहीं और जाने को मजबूर हैं।
Apne dil ka dard dil hi mein dabaye rakhe hain,Karte bayan to mehfil ko rula dete.Their Homes and Hopes Gutted, Families are Moving Out of Riot-Hit Delhi Colonieshttps://t.co/Zo1NEZcKNX— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 27, 2020
असदुद्दीन ओवैसी हिंसा के लिए पुलिस की कार्रवाई को लेकर अमित शाह पर भी हमला कर चुके हैं-
दिल्ली में सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर हुई हिंसा की निंदा की थी। ओवैसी ने कहा था कि गृह मंत्री अमित शाह की पुलिस दंगाईयों के साथ पत्थरबाजी कर रही है। उन्होंने कहा, शाह से दिल्ली पुलिस को छूट दी हुई है। हिंसा में मारे गए एक पुलिसकर्मी सहित सभी लोगों की मौत पर ओवैसी ने दुख प्रक्रट किया है।
ओवैसी ने कहा था कि मैं दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा करता हूं, जिसमें एक पुलिस कांस्टेबल और नागरिकों की जान चली गई। यह देश के लिए शर्म की बात है कि जब विदेशी गणमान्य व्यक्ति यहां की यात्रा पर थे तब हिंसा भड़क उठी है। पुलिस इस हिंसा को रोकने में असफल हुई है। एआईएमआईएम ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ओवैसी का यह वीडियो पोस्ट किया था।
ओवैसी वीडियो में कहते दिखे कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं।
This violence in Delhi has to stop. pic.twitter.com/mQQ9QwRSZx— AIMIM (@aimim_national) February 24, 2020
दिल्ली हिंसा का अपडेट ये है-
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में भड़की उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा में अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। आज अधिकतर इलाकों में शांति है। पुलिस का दावा है कि हालात सामान्य हैं। पुलिसबल दंगा प्रभावित इलाकों में लगातार फ्लैग मार्च कर रही है। घायलों की संख्या 200 के पार है। हिंसा में कथित भागीदारी को लेकर 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 48 प्राथमिकियां दर्ज की हैं। गिरफ्तार सारे लोग स्थानीय हैं। दिल्ली में हिंसा 23 फरवरी की शाम से भड़की थी।