ओमीक्रोन: भारत में रोज आएंगे एक से डेढ़ लाख केस! फरवरी तक तीसरी लहर की आशंका, IIT वैज्ञानिक ने जताई आशंका

By विनीत कुमार | Published: December 7, 2021 08:28 AM2021-12-07T08:28:47+5:302021-12-07T08:32:31+5:30

कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट ने पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में फरवरी तक कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है।

Omicron in India IIT scientist says may report over 1 lakh case daily, likely third wave by February | ओमीक्रोन: भारत में रोज आएंगे एक से डेढ़ लाख केस! फरवरी तक तीसरी लहर की आशंका, IIT वैज्ञानिक ने जताई आशंका

भारत में फरवरी तक आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर (फाइल फोटो)

Highlightsआईआईटी- कानपुर के वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल के मुताबिक भारत में फरवरी तक आ सकती है तीसरी लहर।ऐसे में भारत में एक से डेढ़ लाख तक के रोज कोरोना केस सामने आ सकते हैं।यह भी संभावना है कि दूसरी लहर की तरह संभवत: यह ज्यादा खतरनाक नहीं होगा।

मुंबई: दुनियाभर में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट से बढ़ी चिंता के बीच भारत में भी इसके मामले सामने आने लगे हैं। भारत में अभी तक पांच राज्यों में 23 केस आए हैं। हालांकि आईआईटी- कानपुर के वैज्ञानिक की मानें तो आने वाले समय में ये वेरिएंट देश में कोरोना की तीसरी लहर की वजह भी बन सकता है। 

अगर ऐसा होता है तो भारत में एक दिन में एक से डेढ़ लाख तक के कोरोना संक्रमण के केस मिल सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक ओमीक्रोन अन्य पहले के वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक है। इसमें एक को संक्रमित करने के बाद तीन और लोगों को तेजी से संक्रमित करने की क्षमता है।

दूसरी लहर की तरह मारक होने की संभावना कम

आईआईटी वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल ने कहा कि संभव है कि तीसरी लहर देश में दूसरी लहर की तरह ज्यादा खतरनाक नहीं हो। मनिंद्र अग्रवाल कोविड-19 के वृद्धि के मैथेमेटिकल प्रोजेकेशन पर नजर रखते हैं। इसी साल मई में जब कोरोना की दूसरी लहर भारत में आई थी तो एक दिन में 4 लाख से अधिक केस भी सामने आए थे।

अग्रवाल ने कहा, 'नए वेरिएंट के साथ हमारा वर्तमान पूर्वानुमान यह है कि देश फरवरी तक तीसरी लहर देख सकता है। यह दूसरी लहर की तुलना में हल्का होगा। अब तक हमने देखा है कि ओमीक्रोन की गंभीरता डेल्टा वेरिएंट जैसी नहीं है।'

मरीजों की हालत गंभीर होने के मामले नहीं

विशेषज्ञ ने यह भी कहा कि दक्षिण अफ्रीका, जहां पहली बार इस वायरस का पता चला था, वहां अब तक अस्पताल में भर्ती होने का एक भी मामला सामने नहीं आया है। अग्रवाल ने कहा, 'ऐसा लगता है कि नया वेरिएंट ज्यादा संक्रामक है लेकिन जैसा डेल्टा वेरिएंट में देखा गया, उतना खतरनाक नहीं है।'

उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि रात के कर्फ्यू जैसे हल्के लॉकडाउन और भीड़ पर प्रतिबंध आदि इस संक्रमण को काफी हद तक कम कर सकते हैं। बता दें भारत में अभी महाराष्ट्र में ओमीक्रोन के 10 मामले सामने आए हैं। वहीं, राजस्थान में 9, कर्नाटक में दो सहित दिल्ली और गुजरात में एक-एक केस हैं।

पिछले महीने WHO ने दक्षिण अफ्रीका और कुछ अन्य देशों में पाए गए कोविड-19 वायरस के इस नए वेरिएंट को ओमीक्रोन नाम दिया था। WHO ने ओमीक्रोन वेरिएंट को 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' (चिंता पैदा करने वाला) भी बताया था।

Web Title: Omicron in India IIT scientist says may report over 1 lakh case daily, likely third wave by February

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