ओम प्रकाश राजभर जहूराबाद से लड़ेंगे चुनाव, 2017 में भाजपा के समर्थन से मिली थी जीत, 2012 में अकेले दम पर इसी सीट से मिली थी हार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 31, 2022 02:01 PM2022-01-31T14:01:43+5:302022-01-31T14:54:49+5:30
ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविन्द राजभर सुभासपा के टिकट पर वाराणसी के शिवपुर विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे।
लखनऊ: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने तमाम अटकलों को विराम देते हुए घोषणा कर दी है कि वो गाजीपुर की जहूराबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। वहीं वाराणसी के शिवपुर विधानसभा सीटे से उनके बेटे और राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अरविंद राजभर भाजपा के अनिल राजभर को चुनौती देने जा रहे हैं।
इस घोषणा के साथ ही सुभासपा ने कुल पांच विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है। जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील अर्कवंशी हरदोई के संडीला विधानसभा क्षेत्र से, सीतापुर के मिश्रिक विधानसभा से मनोज राजवंशी, बहराइच के बलहा विधानसभा क्षेत्र से ललिता पासवान, ओम प्रकाश राजभर जहूराबाद से और अरविंद राजभर वाराणसी के शिवपुर से चुनावी ताल ठोकेंगे।
इससे पूर्व अनुमान लगाया जा रहा था कि ओम प्रकाश राजभर वाराणसी के शिवपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन अब पार्टी ने स्थिति साफ कर दी है।
इससे पहले साल 2017 के चुनाव में सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने भाजपा के समर्थन से बहुजन समाज पार्टी के कालीचरण को हराकर इस सीट पर कब्जा किया था। अपने 4 विधायकों के दम पर योगी सरकार में मंत्री बनने वाले ओपी राजभर ने बाद में हुए टकराव के कारण मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया था। 2022 के चुनाव में ओपी राजभर सपा के अखिलेश यादव के साथ खड़े हैं।
लगातार दूसरी बार जहूराबाद से चुनावी लड़ने जा रहे ओपी राजभर के विधानसभा क्षेत्र में कुल 3 लाख 75 हज़ार से ज़्यादा मतदाता हैं। दलित और राजभर बाहुल्य इस क्षेत्र में यादव, मुस्लिम और राजपूत मतदाता भी अपना खासा असर रखते हैं।
जहूराबाद सीट से साल 2012 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो यह सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी और यहां से सपा की सैयदा शादाब फातिमा ने जीत हासिल की थी।
साल 2012 के चुनाव में जहूराबाद सीट पर बसपा के कालीचरण दूसरे नंबर थे और ओपी राजभर तीसरे पायदान थे। वहीं साल 2002 और साल 2007 में बसपा के कालीचरण इस सीट से विधायक बने थे।