ओपी राजभर ने सपा, सुभासपा और रालोद गठबंधन को बताया 'परमाणु बम', बोले- 'बीजेपी समझ ले, मैं इलेक्ट्रॉन, अखिलेश प्रोटॉन और जयंत न्यूट्रॉन हैं'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 7, 2022 10:32 PM2022-02-07T22:32:28+5:302022-02-07T22:47:06+5:30
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि बीजेपी इस बात को अच्छी तरह से समझ ले कि इस चुनाव में हमारा गठबंधन उसके लिए परमाणु बम है। 10 मार्च के बाद बीजेपी धुंआ हो जाएगी।
वाराणसी: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सुभासपा, सपा और रालोद गठबंधन को बीजेपी के लिए परमाणु बम बताया है। सुभासपा प्रमुख ने यह बात वाराणसी के शिवपुर विधानसभा क्षेत्र में बेटे अरविंद राजभर के लिए वोट मांगने के वक्त कही।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि बीजेपी इस बात को अच्छी तरह से समझ ले कि इस चुनाव में हमारा गठबंधन उसके लिए परमाणु बम है। 10 मार्च के बाद बीजेपी धुंआ हो जाएगी।
भाजपा प्रत्याशी और योगी सरकार में मंत्री अनिल राजभर के खिलाफ बेटे अरविंद की सियासत चमकाने में लगे ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि बाबा की सरकार की विदाई तय है, इसमें किसी को कोई शक नहीं होना है।
राजभर ने अपने गठबंधन को परमाणु बम बताते हुए उसकी व्याख्या कुछ इस तरह से की। ओपी राजभर ने कहा कि वो इस परमाणु बम में इलेक्ट्रॉन हैं, वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को उन्होंने प्रोटॉन बताया और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी को उन्होंने न्यूट्रॉन की संज्ञा दी।
भाजपा द्वारा सपा के अखिलेश यादव और रालोद के जयंत चौधरी को कथित तौर पर गुंडा कहे जाने के मामले में प्रतिक्रिया देते हुए ओपी राजभर ने कहा, "भाजपा वालों का संतुलन गड़बड़ हो गया है, पता नहीं कैसे वो यूपी में केवल 2 गुंडों (अखिलेश और जयंत) की बात कर रहे हैं, अरे क्या उन्हें तीसरा (ओम प्रकाश राजभर स्वयं को कह रहे हैं) नहीं देता।"
ओम प्रकाश राजभर ने सोमवार को मुख्तार अंसारी से बांदा जेल में मिलने को प्रश्न पर सफाई देते हुए कहा कि बीजेपी नहीं चाहती थी कि हम उनसे मिले। इतनाी खौफ था कि कोई भी बांदा जेल की ओर जाने की हिम्मत नहीं कर रहा था। हम गये क्योंकि हिम्मत था और 2 घंटे जेल में रहे भी।
राजभर ने कहा कि बीजेपी को यह नहीं सोचना चाहिए कि वो किसी को भी डरा लेंगे, अब ज्यादा समय नहीं बचा है उनके पास। ओम प्रकाश राजभर न कभी किसी से डरा है और न ही डरेगा। राजभर शिवपुर विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम बहुल लोहता इलाके में बेटे अरविंद के लिए घर-घर जाकर वोट माग रहे थे।