ओलिव रिडली: ओडिशा में मछुआरों ने प्रतिबंध के दौरान 10 हजार रुपये महीना सहायता राशि देने की मांग की
By भाषा | Updated: November 3, 2021 20:42 IST2021-11-03T20:42:49+5:302021-11-03T20:42:49+5:30

ओलिव रिडली: ओडिशा में मछुआरों ने प्रतिबंध के दौरान 10 हजार रुपये महीना सहायता राशि देने की मांग की
बेरहामपुर (ओडिशा), तीन नवंबर ओडिशा के तट से लगे इलाकों में रहनेवाले मछुआरों ने बुधवार को ओलिव रिडली कछुओं के संरक्षण के लिए सात महीने तक मछली पकड़ने पर लगे प्रतिबंध की अवधि में सरकार से आजीविका सहायता राशि को बढ़ाकर 10,000 रुपये प्रति महीना करने की मांग की।
ओलिव रिडली लुप्तप्राय जीव की सूची में शामिल है और ये लाखों की संख्या में हर साल अंडे देने के मौसम में ओडिशा के तट पर आते हैं। राज्य सरकार इस उद्देश्य के लिए 2018 से सीमित मछुआरा परिवारों को एक बार 7500 रुपये की सहायता राशि दे रही है। इससे पहले यह राशि 5000 रुपये थी।
ओडिशा के पारंपरिक मत्स्य कार्यकर्ता यूनियन (ओटीएफडब्ल्यू) के एल्लेया ने कहा, ‘‘ इतनी कम सहायता राशि में परिवार चलाना बेहद मुश्किल है। वर्तमान में विभिन्न वस्तुओं की बाजार दर के मद्देनजर हम सरकार से आजीविका राशि को बढ़ाकर प्रति महीना 10,000 रुपये करने की मांग करते हैं।’’
मछुआरा और नौका संगठनों ने प्रतिबंध की अवधि सात महीने से घटाकर पांच महीने करने की भी मांग की। इनका तर्क है कि ओलिव रिडली कछुए जनवरी से तट के निकट आना शुरू करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम प्रतिबंध को एक जनवरी से 31 मई तक सीमित इलाकों में लागू करने की मांग करते हैं।’’
ओटीएफब्ल्यूयू के महासचिव ने कहा कि उन्होंने इस प्रजाति के संरक्षण के लिए सरकार की ओर से आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में अपनी मांगों को रखा है।
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