ओडिशाः बीजेडी में नवीन पटनायक के बाद कौन, स्थापना दिवस पर होगी उत्तराधिकारी की चर्चा?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 27, 2019 02:00 PM2019-12-27T14:00:47+5:302019-12-27T14:00:47+5:30
ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक द्वारा पार्टी के 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर कुछ अहम विषयों पर चर्चा जारी है। बीजेडी प्रमुख ने पार्टी कमान संभालने पर बढ़ रही अटकलों को और हवा दे दी है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक द्वारा पार्टी के 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर कुछ अहम विषयों पर चर्चा जारी है। बीजेडी प्रमुख ने पार्टी कमान संभालने पर बढ़ रही अटकलों को और हवा दे दी है। पार्टी प्रमुख ने कमान संभालने की बात से किनारा करते हुए कहा कि बीजेडी को अपने अस्तित्व के विकास के लिए अन्य नेताओं पर निर्भर होने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि बीजेडी प्रमुख ने निजी सचिव वीके पंडियन की ओर अपने इशारे को मजबूत किया।
उन्होंने अपनी बातचीत से यह स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी के सफल होने में उनके परिवार की कोई सहभागिता नही होगी। नवीन पटनायक लगातार 5वीं बार ओडिशा के मुख्यमंत्री के तौर पर चुने गये हैं। ओडिशा की स्थानीय पार्टी के तौर अपनी पहचान मजबूत करने के बाद बीजेडी भविष्य के एजेंडे पर जोर दे रही है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने पिता बीजू बाबू को याद करते हुए कहा, "बीजू बाबू ने कहा था कि मेरे लिए वफादार मत बनो बल्कि ओडिशा के लिए वफादार बनो।"
उनके द्वारा कही यह बात बीजेडी के लोगों के लिए अहम मार्गदर्शन बनी। अप्रैल में विधानसभा चुनाव के पहले एक पत्रिका से बातचीत के दौरान पार्टी प्रमुख ने कहा था कि फिलहाल उन्होंने अभी बीजेडी के लिए उत्तराधिकारी पर कोई निर्णय नहीं लिया है तथा इस बात को भी साफ किया कि पार्टी का उत्तराधिकारी बीजेडी से नहीं होगा। सही समय आने पर वह पार्टी के उत्तराधिकारी को चयन करेंगे।
आपको बता दें कि 45 वर्षीय वी के पंडियन नवीन पटनायक के भरोसेमंद सहयोगी के तौर पर जाने जाते हैं। आईएएस अधिकारी वीके पंडियन 2011 में सीएमओ दफ्तर में निजी सचिव के तौर पर शामिल हुए थे। बेहतरीन प्रदर्शन के बल पर उन्होंने पार्टी और प्रशासन की नजर में अपनी साफ छवि को कायम रखा है। वर्तमान में उनकी भूमिका 5 टी (टीमवर्क, प्रौद्योगिकी, पारदर्शिता, परिवर्तन और समयरेखा) के नए बनाए गए विभाग के सचिव के रूप में बहुत अधिक सार्वजनिक हुई है।
इस समय वह आदिवासी तटीय क्षेत्रों में सरकारी सुविधाओं की उपलब्धता पर कार्य कर रहे हैं। बीजेडी के कुछ पक्षकारों का मानना है कि पार्टी प्रमुख द्वारा वीके पंडियन पर निर्णय बिल्कुल सही है वहीं कुछ विश्लेषकों की मानें तो नवीन पटनायक द्वारा लिया गया यह फैसला पार्टी को गर्त की ओर ले जाएगा।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराधिकारी पर बनी अटकलों के बाद राजनीतिक विश्लेषक रबी दास ने कहा कि "बीजू जनता दल वैसा नहीं है जैसा 23 साल पहले था। पार्टी के पास लगभग कोई राजनीतिक तत्व नहीं बचा है और सभी निर्णय शीर्ष पर हैं। वह किसी को भी उत्तराधिकारी का नाम दे सकते हैं, लेकिन जिस पल वह बाहर होंगे, पार्टी बिखर जाएगी।"
वहीं राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर प्रभात मोहंती ने कहा कि बीजेडी का सपना तब पूरा होगा जब मुख्यमंत्री अपने जूते लटकाएंगे।" मोहंती ने कहा कि यह संभव नहीं है कि उनका कोई भी पक्ष उनके उत्तराधिकारी का पालन करेगा।