ओडिशा रेल हादसा: पीड़ितों की मदद के लिए वरुण गांधी आगे आए, सांसदों से वेतन का एक हिस्सा दान देने की अपील की
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 3, 2023 04:39 PM2023-06-03T16:39:08+5:302023-06-03T16:41:19+5:30
पीड़ितों की मदद के लिए भाजपा सांसद वरुण गांधी भी आगे आए हैं। वरुण गांधी ने सभी दलों के सांसदों से अपनी सैलरी का एक हिस्सा पीड़ितों की मदद के लिए देने की अपील की है। अब तक इस हादसे में 288 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। 900 से ज्यादा यात्री घायल हैं।

पीड़ितों की मदद के लिए भाजपा सांसद वरुण गांधी आगे आए
नई दिल्ली: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम तीन ट्रेनें दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। घटना बहनागा रेलवे स्टेशन के पास हुई। अब तक इस हादसे में 288 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। 900 से ज्यादा यात्री घायल हैं। दुर्घटना के बाद पीड़ितों की मदद के लिए सहायता राशि की घोषणा भी हुई है। रेल मंत्री ने ट्रेन दुर्घटना में जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये सहायता राशि देने का ऐलान किया है। इसके बाद पीएम मोदी ने भी पीड़ित परिवार को 2-2 लाख रुपये देने को कहा है। इसके अलावा राज्यों की तरफ से भी अलग-अलग राशि घोषित की गई है।
अब पीड़ितों की मदद के लिए भाजपा सांसद वरुण गांधी भी आगे आए हैं। वरुण गांधी ने सभी दलों के सांसदों से अपनी सैलरी का एक हिस्सा पीड़ितों की मदद के लिए देने की अपील की है।
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट किया, "उड़ीसा की रेल दुर्घटना हृदय विदारक है! जो परिवार इस हादसे से टूटे हैं हमें उनके साथ चट्टान की तरह खड़ा होना होगा। मेरा सभी साथी सांसदों से निवेदन है कि हम सभी अपनी तनख्वाह का एक हिस्सा शोक संतप्त परिजनों के नाम कर उनकी मदद के लिए आगे आयें। पहले उन्हें सहारा मिले, फिर न्याय।"
उड़ीसा की रेल दुर्घटना हृदय विदारक है!
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 3, 2023
जो परिवार इस हादसे से टूटे हैं हमें उनके साथ चट्टान की तरह खड़ा होना होगा।
मेरा सभी साथी सांसदों से निवेदन है कि हम सभी अपनी तनख्वाह का एक हिस्सा शोक संतप्त परिजनों के नाम कर उनकी मदद के लिए आगे आयें।
पहले उन्हें सहारा मिले, फिर न्याय।
बता दें कि ओडिशा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना के बाद अब तक राहत और बचाव कार्य जारी है। कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम सात बजे के आसपास हुआ ये हादसा भारत का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है।
घटनास्थल पर कम से कम 1,200 आपदा राहत कर्मी और दमकलकर्मी क्षतिग्रस्त डिब्बों की तलाश कर रहे हैं, जबकि लगभग 200 एंबुलेंस, राज्य परिवहन की बसों का एक बेड़ा और मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयों को आपदा से निपटने के लिए लगाया गया है। अधिकारियों ने कहा कि क्षतिग्रस्त डिब्बों को हटाने के लिए और एक-दूसरे पर चढ़े कुछ डिब्बों को निकालने के लिए और जीवित बचे लोगों को बाहर निकालने के लिए क्रेन घटनास्थल पर हैं।