विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ओडिशा विधानसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित हुई
By भाषा | Published: February 19, 2021 04:26 PM2021-02-19T16:26:48+5:302021-02-19T16:26:48+5:30
भुवनेश्वर, 19 फरवरी ओडिशा विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार को दो बार स्थगित हुई क्योंकि विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों ने राज्य सरकार द्वारा धान खरीद में कथित देरी को लेकर ने हंगामा किया।
बजट सत्र के दूसरे दिन सदन प्रश्नकाल के लिए जैसे ही सदन की बैठक शुरू हुई भाजपा विधायकों ने राज्य में बीजद सरकार के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए और आरोप लगाया कि सरकार ने किसानों से धान की खरीद नहीं की है जिन्हें भारी नुकसान हुआ है।
भाजपा के सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया कि किसान कई दिनों से सरकार द्वारा संचालित 'मंडियों' में इंतजार कर रहे हैं और अपनी उपज को बेचने में असमर्थ हैं क्योंकि विनियमित बाजारों में फसल के भंडार हैं।
कांग्रेस के मुख्य सचेतक ताराप्रसाद बहिनपति के नेतृत्व में पार्टी विधायक धान खरीद के मुद्दे को लेकर सदन के बीचोबीच पहुंच गए और विधानसभाध्यक्ष के आसन के पास जाने का प्रयास किया।
अध्यक्ष एस एन पात्रा ने विपक्षी सदस्यों से अपनी सीटों पर लौटने और प्रश्नकाल में भाग लेने का अनुरोध किया।
जब विरोध करने वाले विधायकों ने बात नहीं मानी तो अध्यक्ष ने कार्यवाही दो बार स्थगित कर दी, पहले दोपहर के भोजन के पहले की कार्यवाही के दौरान और बाद में अपराह्न 11.30 से शाम 4 बजे तक।
बहिनपति ने कहा, ‘‘हम सदन को तब तक नहीं चलने देंगे जब तक कि मंडियों से धान के सभी बोरे हटाये नहीं जाते।’’
सदन में भाजपा के उपनेता बी सी सेठी ने किसानों से जल्द से जल्द धान की खरीद करने और किसानों को परिवहन लागत का भुगतान करने की मांग की।
उन्होंने सदन के बाहर पत्रकारों से कहा, ‘‘केंद्र धान खरीद के लिए धन मुहैया करा रहा है, लेकिन राज्य सरकार इसका सही इस्तेमाल नहीं कर रही है।’’
बीजद के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ सदस्य देवी प्रसाद मिश्रा ने कहा, ‘‘विपक्षी सदस्य इस मुद्दे को उठा सकते हैं, लेकिन कार्यवाही बाधित कर रहे हैं, जो वांछित नहीं है।
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