ओडिशा विधानसभा की कार्यवाही तय समय से 30 दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुई
By भाषा | Published: November 29, 2020 09:37 PM2020-11-29T21:37:56+5:302020-11-29T21:37:56+5:30
भुवनेश्वर, 29 नवंबर ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र अपने निर्धारित समय से 30 दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए रविवार को स्थगित कर दिया गया। विपक्ष द्वारा कृषि मंत्री के इस्तीफे की मांग समेत अन्य कई मुद्दों पर जारी हंगामे के बीच यह घोषणा की गई।
विधानसभा का 40 दिवसीय सत्र 31 दिसंबर तक जारी रहने वाला था। विपक्षी दलों ने इस कदम को ''असंवैधानिक'' करार दिया।
ओडिशा विधानसभा के अध्यक्ष एस एन पात्रो ने 11,700 करोड़ के ''व्यय के अनुपूरक विवरण के लिए विनियोग विधेयक, 2020-21'' के पारित होने के तुरंत बाद सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया गया।
विपक्ष के हंगामे के चलते जब सदन की कार्यवाही अपराह्न तीन बजे दोबारा शुरू की गई तो विनियोग विधेयक पारित होने के तुरंत बाद सरकार की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव पेश किया, जिसका संसदीय कार्य मंत्री बीके अरुखा और बीजद विधायक अमर प्रसाद सत्पथी ने समर्थन किया।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।