Nuh Violence: विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल पर बंटी खाप पंचायतें, कुछ ने समर्थन किया तो कुछ ने की प्रतिबंध लगाने की मांग
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 10, 2023 09:47 AM2023-08-10T09:47:22+5:302023-08-10T09:53:52+5:30
हरियाणा के हिसार में भारतीय किसान मजदूर यूनियन के बैनर तले हुई खाप पंचायत में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल पर बैन लगाने की मांग की गई।
चंडीगढ़: हरियाणा के नूंह, गुरुग्राम समेत सूबे के तमाम हिस्सों में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर हरियाणा की खाप पंचायतों ने एकजुट होकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल पर बैन लगाने की मांग की है। जानकारी के अनुसार खाप पंचायतों ने यह फैसला कुछ पंचायतों द्वारा नूंह हिंसा के बाद मुसलमानों को बहिष्कार करने के आह्वान के मद्देनजर लिया गया है।
समाचार वेबसाइट द न्यू इंडियान एक्सप्रेस के अनुसार पंचायतों के बीच चल रहे इस तरह के टकराव के बीच कुछ खाप हिंसाग्रस्त दोनों समुदायों के बीच शांति बहाली का भी प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा सर्वखाप पंचायत ने हिंसा के लिए विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को कटघरे में खड़ करते हुए मांग की है कि सभी गांवों दोनों संगठनों की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाएं।
वहीं कुछ खापों का मानना है कि नूंह हिंसा के बाद खट्टर सरकार ने दंगाईयों के खिलाफ उचित कार्रवाई की है। इस बीच हिसार के पास गांव में भारतीय किसान मजदूर यूनियन के बैनर तले बुधवार को एक महा पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें खाप ने दोनों समुदायों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे के बहाली पर जोर दिया।
हिसार की इस महापंचायत का आयोजन करने वाले सुरेश कोथ ने कहा कि हरियाणा में कुछ लोगों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, "ऐसे कुछ लोग हैं, जो कहते हैं कि वे मुसलमानों को गांवों में प्रवेश नहीं करने देंगे। हम उन्हें चुनौती देते हैं कि वे यहां आएं और हमारे भाइयों को गांवों में प्रवेश करने से रोकें।"
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मेवात में शांति बहाल करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें निष्पक्ष जांच करने और मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार करने की मांग की गई। नूंह में हिंसा भड़काने के लिए भड़काऊ भाषण देने और वीडियो साझा करने वालों के खिलाफ भी सरकार द्वारा कार्रवाई की जानी चाहिए।
सर्वखाप पंचायत के राष्ट्रीय प्रवक्ता सूबे सिंह स्मैन ने कहा, “खाप नेता आने वाले दिनों में नूंह का दौरा करने की योजना बना रहे हैं। फिलहाल स्थानीय प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा है। एक बार जब हमें अनुमति मिल जाएगी और स्थिति सामान्य हो जाएगी तो हम वहां जाएंगे और दोनों समुदायों के स्थानीय लोगों से बात करेंगे और उनके बीच शांति स्थापित करने का प्रयास करेंगे, क्योंकि वे वर्षों से शांति से रह रहे हैं।''
सूबे सिंह स्मैन ने आगे कहा, "नूंह में जो कुछ भी हुआ है वह समुदायों को विभाजित करने और इस प्रकार राज्य के मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की एक बड़ी साजिश है। राज्य भर के सभी गांवों में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।"