गणेश उत्सव से पहले मुंबई पहुंचे एनएसए अजीत डोभाल, सीएम एकनाथ शिंदे के आवास पर भी गये
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 3, 2022 06:54 PM2022-09-03T18:54:45+5:302022-09-03T20:31:25+5:30
देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल गणेश उत्सव से पहले मुंबई दौरे पर पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री शिंदे ने अपने आवास पर एनएसए अजीत डोभाल को गुलदस्ता और शॉल भेंटकर स्वागत किया।
मुंबई: देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल इस समय मुंबई के दौरे पर हैं। इस दौरान अजीत डोभाल ने सूबे के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। इस संबंध में मुख्यमंत्री शिंदे के कार्यालय बयान जारी करके बताया कि मुख्यमंत्री शिंदे ने अपने आवास पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को गुलदस्ता भेंट किया साथ में उन्हें शॉल देकर स्वागत किया।
समाचार वेबसाइट मिड डे के अनुसार अजीत डोभाल ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आधिकारिक आवास पर भगवान गणेश की पूजा-अर्चना भी की। महाराष्ट्र में मनाये जाने वाले दस दिवसीय गणपति उत्सव के पहले दिन 31 अगस्त को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने सरकारी आवास 'वर्षा' में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सल्लागार अजित डोवाल यांनी 'वर्षा' निवासस्थानी मुख्यमंत्री @mieknathshinde यांची सदिच्छा भेट घेतली. यावेळी श्री. डोवाल यांनी गणरायाचे दर्शन घेतले. मुख्यमंत्र्यांनी श्री.डोवाल यांचे गणेश मूर्ती,पुष्पगुच्छ देऊन स्वागत केले. उभयतांमध्ये विविध विषयांवर चर्चा झाली. pic.twitter.com/6hgyj38tW7
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) September 3, 2022
बताया जा रहा है कि इसी गणेश उत्सव को लेकर शिवसेना के उद्धव गुट और शिंदे गुट के बीच सियासी तलवारें खिंची हुई हैं। दरअसल उद्धव गुट और शिंदे के गुट आने वाली दशहरा पर शिवसेना की ओर से आयोजित होने वाली दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क पर अपना-अपना दावा जता रहे हैं। इस संबंध में दोनों गुटों की ओर से बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) को 'बुकिंग' का आवेदन मिला है।
मामले में बीएमसी के अधिकारी ने कहा कि हमें पिछले महीने दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क की बुकिंग के लिए दो आवेदन प्राप्त हुए हैं। पहला आवेदन 22 अगस्त को शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट का है। वहीं अब गणेश उत्सव से ठीक पहले शिंदे गुट ने भी शिवाजी पार्क के लिए आवेदन भेज दिया है।
हालांकि बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने अभी तक दोनों आवेदनों पर कोई फैसला नहीं लिया है। कहा तो यह भी जा रहा है कि बीएमसी के अधिकारी दोनों आवेदनों को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं।
मालूम हो कि शिवसेना की पहली दशहरा रैली पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे ने साल 1966 में आयोजित की थी। उसके बाद से साल 2012 तक यानी की दिंवगत होने तक हर साल बाल ठाकरे शिवाजी पार्क से शिवसैनिकों को संबोधित करते थे। उनके जाने के बाद दशहरा रैली की कमान उद्धव ठाकरे के पास आ गई थी और साल 2013 से वो दशहरे के मौके पर भाषण देते आ रहे हैं।