'ममता बनर्जी में अगला पीएम बनने की क्षमता, लेकिन...', बोले नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन, कहा- एक तरफा नहीं होगा 2024 लोकसभा का चुनाव
By आजाद खान | Published: January 14, 2023 06:51 PM2023-01-14T18:51:31+5:302023-01-14T19:16:46+5:30
मामले में बोलते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने कहा है कि "ये सोचना भूल होगी कि 2024 का लोकसभा चुनाव एकतरफा तरीके से बीजेपी के पक्ष में होगा।"
नई दिल्ली: नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को लेकर एक दावा किया है। उन्होंने कहा है कि सीएम ममता बनर्जी में देश का अगला पीएम बनने का मादा है।
मामले में बोलते हुए अमर्त्य सेन ने आगे कहा है कि अगर ऐसा सोचा जा रहा है कि 2024 का लोकसभा चुनाव एकतरफा होगा तो ऐसा नहीं है। यही नहीं उन्होंने अपने दावे में क्षेत्रीय दलों की भूमिका पर भी बोला है। अमर्त्य सेन ने अपने बयान में भाजपा और कांग्रेस को लेकर भी बोला है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पुरानी पार्टी है और उसकी पहुंच पूरे भारत में है लेकिन पार्टी के अंदर ही विभाजन है।
मामले में अमर्त्य सेन ने क्या कहा
आपको बता दें कि 2024 लोकसभा चुनाव पर बोलते हुए अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने कहा है कि सीएम ममता में यह क्षमता है कि वह अगला पीएम बन सकती है। इस पर उन्होंने कहा है कि "तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी में भारत का अगला प्रधानमंत्री बनने का माद्दा है, लेकिन अभी यह स्थापित नहीं हुआ है कि क्या पश्चिम बंगाल की सीएम में बीजेपी के प्रति जनता की निराशा की ताकतों को खींचने की क्षमता है।"
उन्होंने आगे कहा है, "ये सोचना भूल होगी कि 2024 का लोकसभा चुनाव एकतरफा तरीके से बीजेपी के पक्ष में होगा। आगामी आम चुनाव में क्षेत्रीय दलों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। मुझे लगता है कि क्षेत्रीय दलों की भूमिका स्पष्ट रूप से महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि द्रमुक एक महत्वपूर्ण दल है, टीएमसी निश्चित तौर पर महत्वपूर्ण है और समाजवादी पार्टी का भी कुछ प्रभाव है, लेकिन क्या इसे बढ़ाया जा सकता है, यह मुझे नहीं मालूम है।"
भाजपा को लेकर अमर्त्य सेन ने क्या कहा है
देश की राजनीति को लेकर अमर्त्य सेन ने बोला है और भाजपा को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा है, "मुझे लगता है कि यह मानने से इनकार करना एक भूल होगी कि कोई अन्य पार्टी बीजेपी का स्थान नहीं ले सकती है, क्योंकि उन्होंने खुद को ऐसी पार्टी के रूप में स्थापित किया है, जिसका शेष देश के मुकाबले हिंदुओं के प्रति झुकाव है।"
इस पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा है कि "बीजेपी ने भारत के दृष्टिकोण को काफी हद तक कम किया है। उसने महज हिंदू भारत और हिंदी भाषी भारत की विचारधारा को काफी मजबूती से उठाकर भारत की समझ को संकीर्ण कर दिया है। अगर आज भारत में बीजेपी का कोई विकल्प नहीं पेश किया जाता है, तो यह दुख की बात होगी।"
कांग्रेस को बताया 'कमजोर', कहा- पार्टी के भीतर है विभाजन
अमर्त्य सेन ने देश की सबसे पुरानी और विपक्षी पार्टी कांग्रेस को लेकर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि "अगर बीजेपी मजबूत और शक्तिशाली लगती है, तो उसकी कमजोरियां भी हैं। मुझे लगता है कि अन्य राजनीतिक दल अगर वाकई कोशिश करें, तो एक चर्चा शुरू कर सकते हैं।"
यही नहीं उन्होंने यह भी कहा है कि "ऐसा लगता है कि कांग्रेस काफी कमजोर हो गयी है और मुझे नहीं पता कि कोई कांग्रेस पर कितना निर्भर रह सकता है। दूसरी ओर कांग्रेस निश्चित तौर पर अखिल भारतीय दृष्टिकोण देती है, जो कोई दूसरी पार्टी नहीं कर सकती, लेकिन कांग्रेस के भीतर विभाजन है।"