कोलकाता, 23 दिसंबर विश्व भारती विश्वविद्यालय ने प्रसिद्ध 'पौष मेला' आयोजन को लेकर गेंद पश्चिम बंगाल सरकार के पाले में डाल दी और कहा कि शांति निकेतन में होने वाले वार्षिक आयोजन के संबंध में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
यह मेला पौष (दिसंबर) के महीने में आयोजित होता है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विद्युत चक्रवर्ती ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुपालन के साथ मेला आयोजन के संबंध में विचार जानने के लिए अक्टूबर से स्वास्थ्य सचिव को तीन बार पत्र लिख चुका है लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। विश्व भारती विश्वविद्यालय की स्थापना रबींद्रनाथ टैगोर द्वारा की गई थी।
कुलपति ने बुधवार को विश्वविद्यालय परिसर में चार दिवसीय 'पौष उत्सव' का उद्घाटन करने के दौरान उक्त टिप्पणी की।
पौष मेले से इतर दिसंबर अंत में होने वाले 'पौष उत्सव' के दौरान महर्षि देबेंद्रनाथ टैगोर (रबींद्रनाथ टैगोर के पिता) की याद में स्थापना दिवस संबोधन, प्रार्थना और क्रिसटोत्सव (क्रिसमस) समेत अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
महर्षि देवेंद्रनाथ टैगोर द्वारा सबसे पहले 1894 में पौष मेले का आयोजन किया गया था।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।