कोविड-19 के दूसरे बूस्टर डोज की फिलहाल अभी जरूरत नहीं- चीन और दुनिया के कई देशों में बढ़ते मामलों के बीच बोली सरकार, पहले डोज को लेकर कही यह बात
By आजाद खान | Published: January 4, 2023 09:23 AM2023-01-04T09:23:52+5:302023-01-04T09:43:11+5:30
बताया जा रहा है कि अध्धयन के अनुसार, आम तौर पर कोविड-19 के वैक्सीन लगने पर उससे मिलने वाली इम्युनिटी चार से छह महीनों के बाद कम होने लगती है। ऐसे में जो लोग वैक्सीन ले चुके है और उनके द्वारा वैक्सीन लिए हुए चार से छह महीनों हो चुके है उनमें कोरोना का खतरा फिर से बढ़ सकता है क्योंकि उनकी इम्युनिटी दिन पर दिन कमजोर होती जा रही होगी।
नई दिल्ली: दुनिया भर में बढ़ते हुए कोरोना के मामलों में केंद्र सरकार यह साफ कर दिया है कि लोगों को अभी कोविड-19 के दूसरे डोज की जरूरत नहीं है। ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि सरकार पहले यह चाहती है कि वह सभी लोगों को पहली खुराक सही से लगा लें उसके बाद आगे की सोची जाएगी।
सरकार की माने तो देश में पहले बूस्टर शॉट (Covid Booster Dose) अभी केवल 28 फीसदी लोगों को ही दी गई है। ऐसे में सरकार का पहला टारगेट यही है कि वे देश के बाकी लोगों को भी पहला डोज दे और फिर जब यह पूरा हो जाए तो आगे इस पर विचार करेगी।
क्या कहना है सरकार का
चीन के साथ दुनिया के अन्य देशों में बढ़ते कोरोना के नए मामलों के बीच केंद्र सरकार ने यह कहा है कि देश के लोगों को अभी कोविड-19 के दूसरे खुराक की जरूरत नहीं है। न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार की पहली प्राथमिकता यह नहीं है कि वह सभी को दूसरे खुराक दे बल्कि सरकार चाहती है कि वह पहली ही बूस्टर ड्राइव को सही से पूरा करे और देश के सभी लोगों को यह खुराक दे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने इस बात को तब साफ किया है जब कुछ जानकार और डॉक्टरों द्वारा कोविड 19 के नए बूस्टर खुराक की मांग कर रहे है। ऐसे में इनका कहना है कि वे केवल स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों, बुजुर्गों और कॉमरेडिटी से पीड़ित लोगों के लिए यह नए खुराक की बात कह रहे है।
आपको बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 134 नए मामले दर्ज किए जाने के साथ भारत में सक्रिय मामलों की संख्या वर्तमान में 2,582 है। वहीं मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कुल 220.11 करोड़ टीके की खुराक (95.13 करोड़ दूसरी खुराक और 22.41 करोड़ एहतियाती खुराक) दी जा चुकी है।
चार से छह महीनों में कम हो जाती है इम्युनिटी- अध्ययन
आपको बता दें कि अध्ययनों के अनुसार, आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि वैक्सीन मिलने के बाद शरीर में बनी इम्युनिटी समय के साथ चार से छह महीनों में कम हो जाती है। ऐसे में देश की बड़ी आबादी इस समय सीमा को पहले ही पार कर चुकी है जिस कारण बूस्टर खुराक दिया जा रहा है। लेकिन बूस्टर खुराक भी देश के सभी लोगों ने नही लिया है और देश की जनसख्या का बड़ा हिस्सा अभी भी बूस्टर शाट को नहीं लगवाई है।
आपको बता दें देश में कोरोना का बूस्टर डोज जनवरी 2022 को दिया गया था, ऐसे में इसके लगभग एक साल हो गए है। इस बीच बूस्टर डोज लेने वाली बड़ी आबादी अब दूसरे बूस्टर डोज के लिए तैयार हो गई है।
भाषा इनपुट के साथ