गिरिराज सिंह पर नीतीश का पलटवार: किसी धर्म का अनादर ठीक नहीं, खबर बनने के लिए देते हैं बयान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 5, 2019 10:19 AM2019-06-05T10:19:10+5:302019-06-05T10:19:24+5:30
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ‘इफ्तार’ पार्टी में शामिल होने के लिए मंगलवार को एनडीए के अपने सहयोगियों पर तंज कसा था। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मामले को शांत करने के लिए हिंदुत्वादी नेता की आलोचना की और उनसे ऐसे बयानों से बचने के लिए कहा।
ईद के मौके पर इफ्तार पार्टी को लेकर सीएम नीतीश कुमार और लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान पर तंज कसने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पलटवार किया है। नीतीश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि किसी भी धर्म का अनादर ठीक नहीं है। सिर्फ खबरों में बने रहने के लिए गिरिराज सिंह ऐसे बयान देते हैं। इस पर कोई प्रतिक्रिया देना उचित नहीं है।
क्या है मामला
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ‘इफ्तार’ पार्टी में शामिल होने के लिए मंगलवार को एनडीए के अपने सहयोगियों पर तंज कसा था। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मामले को शांत करने के लिए हिंदुत्वादी नेता की आलोचना की और उनसे ऐसे बयानों से बचने के लिए कहा। सिंह ने ‘इफ्तार’ में शामिल होने वाले बिहार राजग के नेताओं की चार तस्वीरें ट्वीट की। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी शामिल हुए थे। एक फोटो में बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी नजर आ रहे हैं।
गिरिराज ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पर फलाहार का आयोजन करते और सुंदर सुंदर फोटो आते? अपने कर्म धर्म से हम पिछड़ क्यों जाते हैं और दिखावे में आगे रहते हैं।’’ राज्य कैबिनेट में कुमार के साथ काम करने के दौरान उनके विरोधी रहे सिंह के बारे में ऐसा प्रतीत हुआ कि उन्होंने विशेष तौर पर मुख्यमंत्री को निशाना बनाया जो सभी फोटोग्राफ में नमाजी टोपी में नजर आए और नमाज के रूमाल से उनका कंधा ढका हुआ था।
नीतीश बोले- ऐसी हरकतें करते रहते हैं
नीतीश कुमार ने बेगूसराय के सांसद की टिप्पणी पर उदासीनता दिखाते हुए पत्रकारों से कहा, ‘‘वह ऐसी हरकतें करते रहते हैं ताकि आप लोग उन्हें खबरों में बनाए रखें।’’ गिरिराज की टिप्पणी पर सुशील कुमार मोदी ने भी कड़ी असहमति जताई। उन्होंने कहा, ‘‘मै 25 वर्षों से इफ्तार पार्टियां आयोजित करता रहा हूं। मैं होली मिलन समारोह भी आयोजित करता हूं। जो लोग तंज कस रहे हैं उनके पास होली पर लोगों को दावत देने का दिल नहीं है। वे लोग कैसे इफ्तार पार्टी आयोजित करके एक हिंदू की उदारता की प्रशंसा करेंगे?’’ उन्होंने कहा कि उन्हें सिंह के ट्वीट की जानकारी नहीं है और वे केवल पत्रकारों की खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
नरेंद्र मोदी सरकार में शामिल होने से कुमार के इनकार के बाद भाजपा और जद(यू) के बीच तनाव को भांपते हुए सुशील मोदी ने कहा, ‘‘किसी के मन में कोई शंका ना रहे। बिहार में राजग कायम है और सहयोगियों के बीच दूरी बनाने के सभी प्रयास विफल हो जाएंगे।’’ तस्वीरें इफ्तार पार्टी की थी जिसे लोकजनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पासवान और विपक्ष के नेता जीतन राम मांझी ने पटना में आयोजित किया था। सिंह के ट्वीट पर भाजपा के सहयोगियों ने तीखी प्रतिक्रिया जताई।
लोजपा के नेता चिराग पासवान ने कहा कि उनके बयान भारतीय परम्पराओं पर सवाल खड़े करते हैं। भाजपा नेता पर पलटवार करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी ‘‘सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विकास’’ में भरोसा करती है जो नारा हाल में राजग की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया था। सिंह पर पलटवार करते हुए जद (यू) के नेता और राज्य के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, ‘‘क्या किसी ने गिरिराज को नवरात्रि के दौरान फलाहार का आयोजन करने से रोका है? मैं उन्हें चेतावनी देना चाहता हूं कि इस तरह के बयानों से दूर रहें।’’ चौधरी ने कहा है कि उनकी इतनी हैसियत ही नहीं है कि वह हमारे नेता नीतीश कुमार को कोई नसीहत दें। उन्होंने कहा कि आज वह जो 4.5 लाख वोट से जीतकर संसद पहुंचे हैं और मंत्री बने हैं वह नीतीश कुमार की ही देन है।
शाह ने लगाई फटकार
सूत्रों ने बताया कि गठबंधन में गिरिराज के ट्वीट से मचे घमासान के बीच शाह ने सिंह को फोन किया और ट्वीट के लिए उनकी निंदा की। भाजपा अध्यक्ष ने उनसे इस तरह के बयानों से बचने के लिए भी कहा। जद(यू) अध्यक्ष कुमार ने मोदी सरकार में भाजपा द्वारा उनकी पार्टी को एक मंत्री पद की पेशकश से इनकार कर दिया जिसके बाद बिहार के दो मुख्य दलों के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं।
मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के बाद कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए अपनी पार्टी के आठ नए सदस्यों को उसमें शामिल किया। मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के किसी सदस्य को जगह नहीं दी गई। राजग सूत्रों का कहना है कि सिंह की टिप्पणी से दोनों पार्टियों के बीच संबंधों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। इसी के चलते शाह को यह कदम उठाना पड़ा।