नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए पहुंचे अस्पताल, मुलायम सिंह यादव से की मुलाकात, अखिलेश यादव भी थे मौजूद
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 6, 2022 10:23 PM2022-09-06T22:23:43+5:302022-09-06T22:30:21+5:30
नीतीश कुमार ने आज दिल्ली से सटे गुड़गांव स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहे लालू यादव के समधी और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। मुलाकात के समय जदयू महासचिव केसी त्यागी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
दिल्ली: साल 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता को धार देने के लिए दिल्ली में डेरा जमाए हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज दिल्ली से सटे गुड़गांव स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहे समाजवादी पार्टी के संरक्षक और वयोवृद्ध नेता मुलायम सिंह से मुलाकात की।
नीतीश कुमार ने जब मुलायम सिंह यादव से अस्पताल में जाकर मुलाकात की तो उस समय उनके साथ जदयू के महासचिव केसी त्यागी भी मौजूद थे। सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अस्पताल में मुलायम सिंह के स्वास्थ्य के बारे में नीतीश कुमार को जानकारी दी। अस्पताल में नीतीश कुमार ने मुलायम सिंह के साथ काफी लंबा समय बिताया।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के मुताबिक मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच साल 2024 के चुनाव के संबंध में चर्चा हुई और मुलायम सिंह यादव ने भी अपने समधी लालू प्रसाद यादव की तरह विपक्षी एकता के लिए नीतीश कुमार को सपा की ओर से पूरे सहयोग का वादा किया।
मुलायम सिंह से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार का अगला पड़ाव इंडियन नेशनल लोक दल के वयोवृद्ध नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के घर का रहा। जहां नीतीश कुमार ने चौटाला का साथ चाय के प्याले के साथ देश की सियासत पर लंबी चर्चा की। नीतीश कुमार ने चौटाला से 2024 के आम चुनाव के लिए विपक्षी मंच पर साथ आने का आग्रह किया। जिसे चौटाला ने स्वीकार करते हुए उनके साथ आने की बात पर हामी भरी।
दिल्ली में विपक्षी ताकत में जान फूंकने के लिए लगातार दो दिनों से अनवरत प्रयास करने वाले नीतीश कुमार पार्टी नेता केसी त्यागी के साथ उस नेता की दहलीज पर गये, जिन्हें नीतीश कुमार की अदावत के कारण जदयू छोड़ना पड़ा था। जी हां, कभी नीतीश कुमार के साथ रहे जदयू के अध्यक्ष रहे शरद यादव ने नीतीश के साथ हुई मुलाकात में कहा कि मौजूदा हालात में विपक्ष एक होकर केंद्र की सत्ता के साथ चुनावी मुकाबले के लिए उतरे तो केंद्र की सत्ता को परास्त किया जा सकता है।
नीतीश कुमार ने आज विपक्ष के वयोवृद्ध नेताओं के मथने का काम किया, जब केंद्र में सत्ताधारी भाजपा ने विशिष्ट लोकसभा सीटों पर चर्चा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। मालूम हो कि नीतीश कुमार ने दिल्ली में सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी के साथ भी मुलाकात की। वहीं कल उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और दिल्ली सरकार के मुखिया और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की थी।
दिल्ली आने से पहले नीतीश कुमार ने पिछले हफ्ते पटना में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ मुलाकात की थी। देश के महत्वपूर्ण नेताओं से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि वो केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की भाजपा सरकार में मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं और उन्हें अब दिल्ली की सत्ता का मोह नहीं है और न ही वो पीएम पद के दावेदार हैं।