'थक चुके हैं नीतीश कुमार...इस बार विदाई तय', तेजस्वी यादव का CM नीतीश कुमार पर हमला
By स्वाति सिंह | Published: November 2, 2020 11:50 AM2020-11-02T11:50:33+5:302020-11-02T11:50:33+5:30
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार बताएं कि 15 साल में उनकी क्या उपलब्धि है। हम बिहार की जनता से इसीलिए एक मौका मांग रहे हैं ताकि नीतीश जी ने 15 साल में जो नहीं किया, हम वो कर सकें। नीतीश जी महंगाई और पलायन जैसे मुद्दों पर क्यों नहीं बोलते हैं।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी बीच बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने एक बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी थक चुके हैं। बिहार की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरायी हुई है। अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स और कम्पाउंडर नहीं हैं। बिहार में एक लाख आबादी पर सिर्फ 77 पुलिसकर्मी हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार बताएं कि 15 साल में उनकी क्या उपलब्धि है। हम बिहार की जनता से इसीलिए एक मौका मांग रहे हैं ताकि नीतीश जी ने 15 साल में जो नहीं किया, हम वो कर सकें। नीतीश जी महंगाई और पलायन जैसे मुद्दों पर क्यों नहीं बोलते हैं। बिहार में महंगाई है, पलायन की समस्या है, गरीबी है, उद्योग धंधे नहीं हैं, इन सब पर वह क्यों कुछ नहीं बोलते हैं।
Nitish Ji is not able to handle Bihar. There're only 77 policemen per lakh population in Bihar & job vacancies have not been filled. We're asking the public to give us a chance, so we can do what CM couldn't achieve in 15 years. His farewell is guaranted: RJD Chief Tejashwi Yadav pic.twitter.com/eelpWitPS3
— ANI (@ANI) November 2, 2020
इससे पहले शनिवार को तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार चुनाव जनता बनाम नीतीश सरकार का है और जनता कमाई, दवाई, पढ़ाई, सिंचाई, सुनवाई और कारवाई का इतंजाम करने वाली गरीब हितैषी सरकार चाहती है। गोपालगंज और सुगौली में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘ यह महज़ चुनाव नहीं बल्कि बेरोज़गारी हटाओ आंदोलन भी है। बिहार को विकसित प्रदेश बनाने एवं बेरोज़गारी, महँगाई और गरीबी हटाने की इस मुहिम में आपका सहयोग अपेक्षित है।’’ उन्होंने कहा कि प्याज़ की माला बनाकर घूमने वाले भाजपा नेता आज बढ़ती महँगाई पर एक शब्द सुनना नहीं चाहते । पहले भाजपा नेताओं के लिये महंगाई डायन थी और अब क्या ‘भौजाई’ बन गई है