नीतीश कुमार ने बांटा स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति पत्र, भाजपा ने कहा, 'फरेब है सब, पुरानी बहाली को नई नौकरी बता रहे हैं'
By एस पी सिन्हा | Published: October 21, 2022 07:36 PM2022-10-21T19:36:49+5:302022-10-21T19:42:58+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा स्वास्थ्य विभाग में बांटे गये नियुक्ति पत्र को छलावा बताते हुए भाजपा ने कहा कि सीएम नीतीश पुरानी बहाली को नया बताकर नौकरी बांट रहे हैं।
पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के द्वारा स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति पत्र दिये जाने को लेकर भाजपा ने सरकार पर हमला बोला है। भाजपा ने मौजूदा महागठबंधन सरकार पर नौकरी के नाम पर बेरोजगारों को धोखा देने का आरोप लगाया है।
राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पुरानी बहाली को नया बताकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नौकरी बांट रहे हैं, जो युवाओं के साथ छलावा है।
मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में जिन-जिन पदों पर आज नियुक्ति पत्र बांटा जा रहा है, उस संपूर्ण नियक्ति प्रक्रिया को एनडीए कार्यकाल में पूरा किया गया था। जितने पदों पर आज नियक्ति पत्र दिया जा रहा है। उन सभी एएनएम के 8517, जिला कम्युनिटी मोबलाइजर के 26, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर के 190 और काउंसलर के 579 पदों के परीक्षा परिणाम 30 जुलाई 2022 को ही प्रकाशित हो गया था। इन सभी पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कार्यक्रम के तहत किया गया था।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन पहले रिक्त पदों पर बहाली की नई प्रक्रिया को शुरू करे, उसके बाद जनता को अपनी उपलब्धियों से अवगत कराये और तब अपनी पीठ थपथपाये। मंगल पांडेय ने कहा कि इसके अलावे पिछले चार वर्षों में लगभग 14 हजार एएनएम और जीएनएम पदों पर बहाली की प्रक्रिया पूर्ण की गई थी। एनएचएम के कार्यक्रम के तहत आगे विभिन्न पदों पर और भी नियुक्तियां करनी हैं।
इसके साथ ही मंगल पांडेय ने कहा कि वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री उन नियुक्ति प्रक्रियाओं को शुरू कराएं। यही नहीं एनडीए के शासनकाल में ही एक अगस्त 2022 से बिहार तकनीकी सेवा आयोग (बीटीएससी) द्वारा 12 हजार 771 पदों पर बहाली के लिए विज्ञापन प्रकाशित की गयी थी।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार इन बहालियों का श्रेय लेने का काम न करे, बल्कि आगे आने वाले समय में स्वास्थ्य विभाग के अंदर नियुक्तियों के लिए जो पूर्व में एनडीए की सरकार के समय से प्रक्रियाएं शुरू हुई हैं, उन्हें पूर्ण करने का काम करे ताकि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में मानव बल की कमी को पूरा किया जा सके।