Budget 2023: नीतीश कुमार ने बजट को बताया निराशाजनक, कहा- इसमें दूरदृष्टि का अभाव है
By मनाली रस्तोगी | Published: February 2, 2023 07:36 AM2023-02-02T07:36:14+5:302023-02-02T07:37:04+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किये गये बजट को निराशाजनक बताते हुए बुधवार को कहा कि इसमें दूरदृष्टि का अभाव है।

Budget 2023: नीतीश कुमार ने बजट को बताया निराशाजनक, कहा- इसमें दूरदृष्टि का अभाव है
पटना: केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि इसमें दूरदृष्टि का अभाव है। कुमार ने कहा कि हर वर्ष बजट की प्राथमिकताएं बदल दी जाती हैं, जो फोकस और निधि के अभाव में पूरी नहीं हो पा रही हैं। बिहार को इस बजट से निराशा हाथ लगी है और एक बार फिर विशेष राज्य का दर्जा देने की मॉग की अनदेखी की गई है।
(2/7) बिहार को इस बजट से निराशा हाथ लगी है और एक बार फिर विशेष राज्य का दर्जा देने की मॉग की अनदेखी की गयी है। समावेशी विकास का सपना बिहार जैसे राज्यों को आगे बढ़ाये बिना संभव नहीं है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) February 1, 2023
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि समावेशी विकास का सपना बिहार जैसे राज्यों को आगे बढ़ाये बिना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समावेशी विकास के तहत बिहार सरकार ने केंद्रीय बजट (2023-24) में वित्त मंत्रियों की बैठक में राज्य के लिए 20,000 करोड़ रुपए के विशेष पैकेज की मांग की थी जिसे बजट में नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिये रोजगार सृजन को लेकर बजट में कोई खाका दिखाई नहीं दे रहा।
(4/7) राज्यों की वित्तीय स्थिति को नजरअंदाज किया गया है। राज्य सरकार की ऋण सीमा में वर्ष 2023-24 में कोई छूट नहीं दी गई है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) February 1, 2023
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यों की वित्तीय स्थिति को नजरअंदाज किया गया है और राज्य सरकार की ऋण सीमा में वर्ष 2023-24 में कोई छूट नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने अपने ज्ञापन में इसे 4.5 प्रतिशत (4 प्रतिशत एवं 0.5 प्रतिशत सशर्त) तक रखने का आग्रह किया था जो पिछड़े राज्यों के विकास में तथा नए रोजगार सृजन में लाभप्रद होता।
(6/7) केन्द्रीय बजट में भारत सरकार ने सात प्राथमिकताओं (सप्तऋषि) का निर्धारण किया है। यह योजना केन्द्र सरकार की पूर्व से चल रही योजनाओं की केवल री-पैकेजिंग है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) February 1, 2023
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट में भारत सरकार ने सात प्राथमिकताओं (सप्तऋषि) का निर्धारण किया है और यह केंद्र सरकार की पहले से चल रही योजनाओं की केवल "पुन: पैकेजिंग" है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार 2016 से ही सात निश्चय-1 एवं वर्ष 2021 से सात निश्चय-2 के अन्तर्गत नई योजनाओं को सफलता से क्रियान्वित कर रही है।
(7/7)बिहार सरकार वर्ष 2016 से ही सात निश्चय-1 एवं वर्ष 2021 से सात निश्चय-2 के अन्तर्गत नई योजनाओं को सफलता से क्रियान्वित कर रही है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) February 1, 2023
उन्होंने कहा कि केंद्रीय आम बजट में बिहार सरकार की सात निश्चय योजनाओं की तर्ज पर ही सात प्राथमिकताएं (सप्तऋषि) निर्धारित की गयी हैं लेकिन इसके लिये पर्याप्त बजट का प्रावधान नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल मिलाकर बजट से बिहार के आर्थिक विकास में कुछ लाभ मिलता प्रतीत नहीं हो रहा।
2014 में केंद्र की भाजपा सरकार ने कहा कि:-
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2023
2022 में किसानों की आय दुगुनी करेंगे।
2022 में सबको आवास देंगे।
2022 तक 80 करोड़ लोगों को नौकरी-रोजगार देंगे
अब 2023 भी आ गया लेकिन इनकी जुमलेबाजी की आदत नहीं गयी।
BJP को 100% सांसद देने वाले बिहार को भाजपाइयों ने बजट में फिर ठगा।
इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई बजटीय घोषणाओं पर निराशा जताते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने एक बार फिर बिहार की जनता को धोखा दिया है।