नितिन गडकरी ने टेस्ला को दी नसीहत, कहा- चीन में बनाना और भारत में बेचने वाला प्रस्ताव अच्छा नहीं
By मनाली रस्तोगी | Published: April 26, 2022 03:35 PM2022-04-26T15:35:44+5:302022-04-26T15:36:29+5:30
एलन मस्क की कंपनी टेस्ला को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि कंपनी का भारत में स्वागत है, लेकिन चीन में बनाना और भारत में बेचने वाला प्रस्ताव अच्छा नहीं है।
नई दिल्ली: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एक बार फिर एलन मस्क की कंपनी टेस्ला को नसीहत देते हुए नजर आए। मंगलवार को गडकरी ने कहा कि टेस्ला भारत में अपना सेटअप लगा सकती है। कंपनी का भारत में बिक्री के लिए कार बनाने और उन्हें निर्यात करने के लिए स्वागत है, लेकिन चीन से कारों का आयात यहां नहीं करना चाहिए।
गडकरी ने एक सरकारी सम्मेलन के दौरान कहा, "चीन में बनाना और यहां बेचना एक अच्छा प्रस्ताव नहीं है।" मालूम हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी "मेक इन इंडिया" पर जोर देते हैं। यही कारण है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का ये बयान सामने आया है। बता दें कि टेस्ला भारत में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को आयात और बेचने के लिए बेताब है। वहीं, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को लगता है कि भारत में दुनिया के मुकाबले टैरिफ सबसे ज्यादा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो टेस्ला को अगस्त में भारत में चार मॉडल बनाने व आयात करने की मंजूरी मिली है।
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने कुछ समय पहले भारत में कार लांच करने को लेकर एक बड़ा बयान दिया था। उन्होंने ट्विटर पर एक यूजर के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि वो सरकार के साथ कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, मस्क ने पीएम मोदी से कंपनी के भारतीय बाजार में प्रवेश करने से पहले ईवी पर आयात कर में कटौती करने का आग्रह किया था।
दरअसल, भारत में आयातित कारों पर 60 प्रतिशत से 100 प्रतिशत के बीच सीमा शुल्क है। मस्क ने यह भी कहा था कि भारत में टैक्स दुनिया में सबसे ज्यादा है और इसलिए, भारतीय ईवी बाजार में प्रवेश करने से पहले वो चाहते हैं कि इसमें कटौती की जाए। हालांकि, मस्क का ये बयान बहुत सारे भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माताओं को पसंद नहीं आया था क्योंकि उनका मानना था कि यह स्थानीय विनिर्माण में निवेश को हतोत्साहित कर सकता है।