नितिन गडकरी ने चीन के खिलाफ सरकार के कदमों का किया बचाव, कहा- पुराने हो गए हैं हमारे नियम
By सुमित राय | Published: July 4, 2020 05:03 AM2020-07-04T05:03:46+5:302020-07-04T05:03:46+5:30
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हमारे नियम बहुत पुराने हो गए हैं, जो चीनी कंपनियों को मदद पहुंचा रहे हैं।
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने चीन के खिलाफ उठाए गए सरकार के कदमों का बचाव किया और कहा कि देश में कुछ ऐसे नियम है जो पुराने हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि ये पुराने नियम चीनी कंपनियों को मदद पहुंचा रहे हैं।
नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय हित में पुराने नियमों की समीक्षा की जानी चाहिए, जिससे भारतीय फर्मों को लाभ हो। उन्होंने कहा कि भारतीय उद्यमियों और ठेकेदारों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है।
सड़क और परिवहन मंत्री ने कहा कि भारत, चीनी कंपनियों को राजमार्ग परियोजनाओं में भाग लेने की अनुमति नहीं देगा, जिसमें संयुक्त उद्यम के माध्यम से वो शामिल हैं। वहीं बिजली मंत्रालय ने भी शुक्रवार को कहा कि भारतीय कंपनियों को बिजली आपूर्ति उपकरण और घटकों को चीन से आयात करने के लिए सरकार की अनुमति की आवश्यकता होगी।
भारत ने 59 चाइनीज ऐप्स को किया बैन
भारत सरकार ने सोमवार (27 जून) को टिक टॉक और यूसी ब्राउजर समेत 59 चाइनीज ऐप्स को बैन कर दिया है। भारत ने यह कदम चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद के बीच उठाया। बता दें कि सीमा पर 15 जून को हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।
हमारे नियम बहुत पुराने है: नितिन गडकरी
एनडीटीवी से बात करते हुए नितिन गडकरी ने कहा, "हमारे नियम बहुत पुराने हैं, जो ठेकेदारों के लिए सख्त शर्ते निर्धारित करते हैं। उदाहरण के लिए राजमार्गों और पुलों के लिए हमारे पास ऐसी परिस्थितियां थी कि जिनके पास बड़ी परियोजनाओं का अनुभव हो वे ही आवेदन कर सकते थे। और हमारे देश में इससे पहले किसी ने भी ऐसा नहीं किया था। इसलिए कॉन्ट्रेक्ट देने के लिए कोई भारतीय कंपनी नहीं थी।"
चीन के खिलाफ कदम को आत्मनिर्भर भारत से ना जोड़ें
चीन के खिलाफ किए गए उपायों और आत्मनिर्भर भारत को पुश करने के सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा कि यह विचार भारतीय कंपनियों और छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए था। उन्होंने कहा, "आत्मानिर्भर भारत को चीन से न जोड़ें। हमें दुनिया में अपनी प्रतिस्पर्धा बढ़ानी होगी और इसके लिए हमें कम लागत वाली पूंजी की आवश्यकता है, हमें अपनी प्रौद्योगिकी और विदेशी निवेश को MSMEs (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) में अपग्रेड करना होगा।"
दो महीने पहले पीपीई किट आयात किया था अब कर रहे निर्यात
नितिन गडकरी ने कहा, "दो महीने पहले हमें विशेष उड़ानों के माध्यम से चीन से पीपीई (व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरण) किट आयात करना पड़ा था। आज हमारे एमएसएमई इस तरह की अच्छी गुणवत्ता वाली किट बना रहे हैं और इस तरह से हम प्रति दिन 5 लाख किट का उत्पादन कर रहे हैं। और मैंने वाणिज्य मंत्रालय से अनुरोध किया कि हमारा उत्पादन इतना अधिक है कि हमें इसे निर्यात करने की अनुमति देनी चाहिए। इसलिए हम इसे पूरी दुनिया में भेज रहे हैं।