नीरव मोदी ने बनाई लंदन में नई कंपनी, सरकार क्यों है बेखबर: कांग्रेस
By शीलेष शर्मा | Published: March 15, 2019 11:47 PM2019-03-15T23:47:54+5:302019-03-15T23:47:54+5:30
यूं तो सरकार इस बात का दावा कर रही है कि नीरव मोदी को गिरफ्त में लेने के लिए वह सभी कदम उठा रही है लेकिन हैरानी इस बात की है कि इसके बावजूद सरकार की कोई एजेंसी नीरव मोदी तक नही पहुंची सकी है।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में लिप्त नीरव मोदी पासपोर्ट रद्द हो जाने के बावजूद दुनिया की सैर कर रहा है। हालांकि 23 फरवरी 2018 को ही विदेश मंत्रालय ने नीरव मोदी का पासपोर्ट रद्द कर दिया था।
हैरानी की बात तो यह है कि विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट तो रद्द किया, लेकिन इसकी सूचना दुनिया के देशों के साथ साझा नहीं की, नतीजा नीरव मोदी, यूके, यूएई, हांगकांग, फ्रांस और जर्मनी की यात्रा पर उसी पासपोर्ट पर निकल पड़ा।
यूं तो सरकार इस बात का दावा कर रही है कि नीरव मोदी को गिरफ्त में लेने के लिए वह सभी कदम उठा रही है लेकिन हैरानी इस बात की है कि इसके बावजूद सरकार की कोई एजेंसी नीरव मोदी तक नही पहुंची सकी है।
नीरव मोदी ने लंदन में डॉयमंड होडिंग कंपनी भी इस बीच खोल डाली। जो आभूषण और घड़ियों का व्यापार करती है। रेड कार्नर नोटिस जारी होने के बावजूद सरकार की पकड़ से नीरव मोदी बाहर है। कांग्रेस ने आज इस मुद्दे को उठाते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी की मिली भगत से नीरव मोदी को बचाने के लिए मोदी सरकार ने आपराधिक देरी की।
कांग्रेस ने यह तथ्य भी उजागर किये कि डायमंड होडिंग जिस पते पर रजिस्टर की गयी है वह पता नीरव मोदी के सीए दत्तानी का है। और जिस जगह नीरव मोदी रह रहा है वह सम्पत्ति नौ मार्च 2019 को आठ मिलियन पाऊंड नगद भुगतान कर खरीदी गयी। कांग्रेस ने बेल मोरल राजू ठाकुर भाई पटेल के नामों का भी उल्लेख किया। और यह साबित करने की कोशिश की कि इन सभी का वही पता है जो नीरव मोदी का पता है। कांग्रेस का सीधा आरोप था कि यह इन सभी के बीच जुड़े हुए तार है जो मिलीभगत से व्यवसाय कर रहे हैं। कांग्रेस के पवन खेड़ा ने खुलासा किया कि जितने नामों का उल्लेख किया गया वे सभी पनामा पेपर लीक में उजागर हो चुके हैजिससे साफ है कि कालेधन के खेल में यह सभी शामिल थेऔर इनको प्रधानमंत्री मोदी का आर्शीवाद प्राप्त है जिससे कोई एजेंसी नीरव मोदी पर हाथ नहीं डाल पा रही है।