हैदराबाद मुठभेड़ मामले पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, घटनास्थल पर जांच के लिए टीम भेजने का दिया आदेश
By रामदीप मिश्रा | Published: December 6, 2019 02:40 PM2019-12-06T14:40:32+5:302019-12-06T14:40:32+5:30
हैदराबाद मुठभेड़ मामलाः राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पुलिस द्वारा रेप आरोपियों को मुठभेड़ में मार गिराए जाने को लेकर संज्ञान लिया है। आयोग ने अपने महानिदेशक (जांच) से कहा है कि वह इस मामले की जांच के लिए तुरंत एक टीम भेजें।
हैदराबाद में 25 वर्षीय डॉक्टर के गैंगरेप और हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपी शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। पुलिस ने ऐसा दावा किया है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है और अपने एक अधिकारी से कहा है कि जांच के लिए मौके पर तुरंत टीम भेजी जाए।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पुलिस द्वारा रेप आरोपियों को मुठभेड़ में मार गिराए जाने को लेकर संज्ञान लिया है। आयोग ने अपने महानिदेशक (जांच) से कहा है कि वह इस मामले की जांच के लिए तुरंत एक टीम भेजें। साथ ही साथ एसएसपी की अध्यक्षता में आयोग के जांच प्रभाग की टीम से उम्मीद की जाती है कि वह तुरंत टीम भेजेंगे और जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
NHRC has asked its DG (Investigation) to immediately send a team for a fact finding on the spot investigation into the matter. The team of the Investigation Division of the Commission headed by an SSP, is expected to leave immediately and submit their report, at the earliest. https://t.co/s23llzMOE1
— ANI (@ANI) December 6, 2019
बता दें, शुक्रवार सुबह पुलिस ने दावा किया है कि रेप के आरोपियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है और यह घटना सुबह साढ़े छह बजे की है। उसने बताया कि जांच के लिए पुलिस आरोपियों को घटनाक्रम की पुनर्रचना के लिए घटनास्थल पर ले गई थी। इसी दौरान आरोपियों ने पुलिस से हथियार छीने और उस पर गोलियां चला दीं। आरोपियों ने भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने जवाब में गोलियां चलाईं और चार आरोपी मारे गए।
पुलिस ने बताया कि इस घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। हैदराबाद में पशु चिकित्सक युवती का बलात्कार और हत्या के चारों आरोपियों की आयु 20 से 24 वर्ष थी। उनमें से एक लॉरी चालक था और बाकी हेल्पर थे।
पुलिस ने आरोपियों को 29 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों ने बलात्कार के बाद युवती की गला दबाकर हत्या कर दी थी और बाद में शव को जला दिया था। आरोपियों को सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। चारों आरोपियों के मुठभेड़ में मारे जाने पर पीड़िता की बहन ने प्रसन्नता जताई।