नई दिल्ली: ओडिया फिल्म अभिनेता बुद्धादित्य मोहंती को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अपने विवादित सोशल मीडिया पोस्ट के बाद कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। मोहंती ने फेसबुक पर अपने पोस्ट में कथित तौर पर सुझाव दिया कि कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का अगला निशाना राहुल गांधी होने चाहिए। उन्होंने लिखा: "जर्मनी के पास गेस्टापो था... इजरायल के पास मोसाद है... अमेरिका के पास सीआईए है... अब भारत के पास लॉरेंस बिश्नोई है... सूची में अगला नाम ओवैसी और राहुल गांधी का होना चाहिए।"
इस संबंध में ओडिया अभिनेता के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के अध्यक्ष उदित प्रधान ने शुक्रवार को कैपिटल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें मोहंती के खिलाफ पोस्ट के लिए कार्रवाई की मांग की गई, जिसे बाद में हटा दिया गया।
प्रधान ने कहा, "सोशल मीडिया पोस्ट में मोहंती ने कहा कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का अगला निशाना कांग्रेस सांसद राहुल गांधी होना चाहिए। हम अपने नेता के खिलाफ ऐसी टिप्पणी बर्दाश्त नहीं कर सकते।"
शिकायत के साथ ही प्रधान ने पुलिस को बुद्धादित्य मोहंती द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए स्क्रीनशॉट भी सौंपे। मोहंती ने बाद में बढ़ते आक्रोश के बीच शुक्रवार को फेसबुक के माध्यम से माफ़ी मांगी। अभिनेता ने कहा कि राहुल गांधी पर उनके पोस्ट का उद्देश्य कभी भी किसी भी तरह से राजनेता को निशाना बनाना, नुकसान पहुंचाना या अपमानित करना नहीं था।
उन्होंने लिखा, "राहुल गांधीजी के बारे में मेरी आखिरी पोस्ट का उद्देश्य उन्हें निशाना बनाना, नुकसान पहुंचाना या किसी भी तरह से अपमानित करना नहीं था...न ही उनके खिलाफ कुछ लिखना था...अगर अनजाने में मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है...तो मेरा यह इरादा नहीं था...मैं ईमानदारी से माफी मांगता हूं...सादर।" पुलिस मामले की जांच कर रही है। मोहंती के विवादास्पद पोस्ट ने जल्द ही विवाद को हवा दे दी, कई लोगों ने उन पर लोकसभा में विपक्ष के नेता के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया।
कांग्रेस से एनसीपी में शामिल हुए बाबा सिद्दीकी को 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके के निर्मल नगर में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के पास गोली मार दी गई थी। गोली लगने के कारण लीलावती अस्पताल में उनकी मौत हो गई। इस मामले में अब तक कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन प्रमुख व्यक्ति फरार हैं।