कश्मीर में भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्तव्यस्त, कई इलाकों में 1-2.5 फीट तक जमी बर्फ, मौसम विभाग ने दी हिमस्खलन की चेतावनी
By सुरेश एस डुग्गर | Published: January 8, 2022 02:03 PM2022-01-08T14:03:11+5:302022-01-08T14:06:53+5:30
मौसम खराब होने के कारण श्रीनगर हवाई अड्डे (Srinagar Airport) को भी बंद कर दिया गया है। बर्फबारी को देखते हुए अधिकारियों द्वारा लोगों को अपने घरों में रहने की सलाह भी दी गई है।
जम्मू: कश्मीर में एक बार फिर हुई बर्फबारी (Snowfall in Kashmir) ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। करीब तीन दिन बाद श्रीनगर हवाई अड्डे पर बहाल हुई हवाई सेवा को मौसम खराब होने की वजह से स्थगित कर दिया गया है। एयरपोर्ट निदेशक कुलदीप सिंह ने कहा कि बर्फबारी व धुंध की वजह से कम दृश्यता के चलते फिलहाल 10 फ्लाइट्स को रद कर दिया गया है। वहीं रेलवे ने भी रात से जारी भारी बर्फकारी के चलते बारामुल्ला-बनिहाल सेक्शन के बीच चलने वाली ट्रेनों को आज के दिन रद्द कर दिया था। तीन दिनों से कश्मीर बर्फ से सफेद तो हो गया है लेकिन कुदरत के कहर से त्राहि त्राहि मची हुई है। जम्मू-श्रीनगर नेशल हाईवे बंद होने से खाने पीने की वस्तुओं की जबरदस्त किल्लत महसूस होने लगी है।
कई इलाकों में बर्फबारी के साथ बारिश भी हुई
मौसम में एक दिन हल्के सुधार के बाद आज शनिवार सुबह ही निचले क्षेत्रों में फिर बारिश और ऊपरी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई। शुक्रवार शाम को भी यहां भारी बर्फबारी हुई थी। श्रीनगर में बर्फबारी की गति इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में सड़कें, गली, कूचे तथा मकानों की छत सफेद हो गई। गुलमर्ग के अलावा जम्मू संभाग के पत्नीटाप में एक फीट, नत्थाटाप में ढाई फीट तक बर्फ जमा हो चुकी थी। कठुआ के बनी तथा राजौरी-पुंछ जिले में भी जमकर हिमपात हुआ। इधर, जम्मू में जमकर बादल बरसे।
मौसम विभाग ने दी भूस्खलन की चेतावनी
मौसम विभाग ने उच्च पर्वतीय इलाकों बांडीपोरा, बारामुला, कुपवाड़ा, बडग़ाम, अनंतनाग, शोपियां, कुलगाम, पुलवामा व गांदरबल में हिमस्खलन की चेतावनी दी है। प्रशासन ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। जम्मू-श्रीनगर हाईवे आज तीसरे दिन भी नहीं खुल पाया है। जवाहर टनल के आसपास के इलाकों में बर्फबारी व रामबन में हुए भूस्खलन के कारण अभी हाईवे को बंद रखा गया है। बर्फबारी के कारण दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की जिंदगी दुभर हो गई है। लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी घंटों बर्फ के बीच पैदल चलकर अस्पतालों मं पहुंचना पड़ रहा है।