सुभाष चंद्र बोस जयंती: गणतंत्र दिवस समारोह की आज से शुरुआत, ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय अवकाश की घोषणा की मांग की
By विनीत कुमार | Published: January 23, 2022 08:32 AM2022-01-23T08:32:14+5:302022-01-23T08:38:29+5:30
Subhash Chandra Bose Jayanti: ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर राष्ट्रीय अवकाश की घोषणा करने की मांग केंद्र सरकार से की है।
नई दिल्ली: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आज 125वीं जयंती है। केंद्र सरकार ने इस बार से 23 जनवरी से गणतंत्र दिवस समारोह के शुरुआत की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया गेट पर नेताजी की एक होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश के तौर पर घोषणा करने की मांग की।
ममता बनर्जी ने रविवार सुबह एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए नेताजी को श्रद्धांजलि दी। साथ ही कहा कि केंद्र सरकार को नेताजी की जयंती के दिन को राष्ट्रीय अवकाश के तौर पर घोषित करना चाहिए ताकि पूरा देश इस राष्ट्रीय नेता को श्रद्धांजलि दे और 'देश नायक दिवस' मनाए। केंद्र सरकार ने नेताजी की जयंती को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का ऐलान किया है।
West Bengal CM Mamata Banerjee "appeals to the Central Government that Netaji #SubhashChandraBose's birthday be declared a National Holiday to allow the entire Nation to pay homage to the National Leader and celebrate #DeshNayakDibas in the most befitting manner."
— ANI (@ANI) January 23, 2022
(file photo) pic.twitter.com/WuPqP0RPN1
इंडिया गेट पर लगेगी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुभाष चंद्र बोस की इंडिया गेट पर एक होलोग्राम प्रतिमा का आज अनावरण करेंगे। पीएम ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की थी। पीएम मोदी ने कहा था ग्रेनाइट की बनी नेताजी की एक भव्य प्रतिमा इंडिया गेट पर स्थापित की जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक नेताजी की ग्रेनाइट की प्रतिमा बनकर तैयार नहीं हो जाती, तब तक उस स्थान पर उनकी एक होलोग्राम प्रतिमा वहां लगाई जाएगी। नेताजी की ग्रेनाइट की प्रतिमा 28 फुट ऊंची और छह फुट चौड़ी होगी और यह उस छतरी के नीचे स्थापित की जाएगी जहां कभी किंग जॉर्ज पंचम की प्रतिमा थी और जिसे 1968 में हटा दिया गया था।
मूर्ति का निर्माण नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय के महानिदेशक अद्वैत गडनायक करेंगे। इस मूर्ति के लिए पत्थर तेलंगामा से लाया जाएगा। यह प्रतिमा रायसीना हिल से आसानी से नजर आएगी। गडनायक के अनुसार प्रतिमा का डिजायन संस्कृति मंत्रालय ने तैयार किया है।