एनसीएम ने कथित घृणा भाषणों, खुले में नमाज पर विवाद और गिरजाघरों पर हमलों का संज्ञान लिया
By भाषा | Updated: December 29, 2021 21:20 IST2021-12-29T21:20:32+5:302021-12-29T21:20:32+5:30

एनसीएम ने कथित घृणा भाषणों, खुले में नमाज पर विवाद और गिरजाघरों पर हमलों का संज्ञान लिया
नयी दिल्ली, 29 दिसंबर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) ने हाल में हरिद्वार और रायपुर में धार्मिक सम्मेलनों में दिये गये कथित नफरत भरे भाषणों का संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ की सरकारों से रिपोर्ट मांगी है। आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आयोग ने गुड़गांव में खुले स्थान पर नमाज अदा किये जाने पर जारी विवाद का भी संज्ञान लिया है और इस मुद्दे पर हरियाणा सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने हरियाणा के मुख्य सचिव के माध्यम से इस सिलसिले में राज्य सरकार को नोटिस भेजा है। उन्हें 10 जनवरी, 2022 तक आयोग के नोटिस का जवाब भेजना है।’’
एनसीएम अध्यक्ष ने कहा कि आयोग के उपाध्यक्ष आतिफ रशीद से गुड़गांव जाकर विवाद में लिप्त दोनों समुदायों के लोगों से बात करने का आग्रह किया गया है।
एनसीएम ने बाद में एक बयान में कहा कि उसने देश के विभिन्न हिस्सों में ‘गिरजाघरों पर हमलों’ का स्वत: संज्ञान लिया है और इसकी जांच के लिए दलों को भेजेगा तथा संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगेगा।
उसने कहा कि आयोग तदनुसार उचित कार्रवाई करेगा। आयोग के अनुसार उसके अध्यक्ष अंबाला में उस जगह जा सकते हैं जहां हाल में एक चर्च में तोड़फोड़ की गयी थी।
हरिद्वार और रायपुर में हाल में आयोजित धार्मिक आयोजनों में कुछ लोगों द्वारा कथित रूप से घृणा भाषण दिये जाने का संज्ञान लिये जाने के बारे में एक प्रश्न पर आयोग के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हमने दोनों राज्यों को नोटिस भेजे हैं और रिपोर्ट मांगी है। उनका जवाब जनवरी के पहले सप्ताह में आने की उम्मीद है।’’
उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों से मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पर आयोग आगे की कार्रवाई तय करेगा।
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