पाकिस्तान के सेना चीफ को गले लगाने को लेकर सिद्धू ने दिया फिर से बयान, बोले- झप्पी थी, राफेल डील नहीं
By पल्लवी कुमारी | Published: September 19, 2018 11:08 PM2018-09-19T23:08:27+5:302018-09-19T23:08:27+5:30
मंगलवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने से देश के सैनिकों का मनोबल कम हुआ।
नई दिल्ली, 19 सितंबर: पंजाब के मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने को लेकर फिर से एक नया बयान दे डाला है। उन्होंने कहा कि पाक चीफ को गले लगाने का मतलब सिर्फ एक झप्पी थी न कि राफेल सौदा। मंगलवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने से देश के सैनिकों का मनोबल कम हुआ।
इस बात का पलटवार करते हुए सिद्धू ने कहा, एक साधारण सी झप्पी को लोग पता नहीं क्या-क्या कह रहे हैं। इस पूरे मामले को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया गया है। सिद्धू ने संवाददाताओं से कहा कि आपने यह मुद्दा फिर से उठाना शुरू कर दिया। सिद्धू इतने महत्वपूर्ण व्यक्ति हो गए हैं कि रक्षा मंत्री उनके बारे में बयान देती हैं। यह केवल एक झप्पी थी। यह किसी तरह की कोई साजिश नहीं थी, झप्पी राफेल सौदा नहीं है, झप्पी गुरसिखों पर गोलियां चलाना भी नहीं है।
गौरतलब है कि सिद्धू की कांग्रेस पार्टी इन दिनों राफेल को लेकर नरेन्द्र मोदी सरकार पर आय दिन कोई-न-कोई आरोप लगा रही है। कांग्रेस का आरोप है कि इस राफेल डीफ में करोड़ों का घोटाला हुआ है।
निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने से देश के सैनिकों का मनोबल कम हुआ। उन्होंने कहा कि पंजाब के मंत्री ऐसा करने से बच सकते थे क्योंकि भारत में पड़ोसी देश की सेना के बारे में ‘‘काफी स्पष्ट’’ भावनाएं हैं।
सीतारमण ने कहा, ‘‘ सिद्धू के बहुत से प्रशंसक हैं...उनके कद का कोई व्यक्ति वहां जाकर वहां की सेना के प्रमुख को गले लगाता है, वह सेना जिसके बारे में भारत की भावनाएं बिलकुल स्पष्ट हैं, तो इसका सैनिकों पर निश्चित ही प्रभाव पड़ता है,... इससे जनता का मनोबल गिरता है। मुझे लगता है कि सिद्धू इससे बच सकते थे।’’ सीतारमण ने यह बयान इंडियन वुमन प्रेस कोर (आईडब्ल्यूपीसी) में एक संवाद सत्र के दौरान दिया।
क्रिकेट खिलाड़ी से नेता बने सिद्धू पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा को गले लगाकर विवादों में घिर गए थे। वह इमरान खान के प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पाकिस्तान गए थे।
सिद्धू ने दावा किया कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि बाजवा ने उन्हें कहा था कि पाकिस्तान सरकार भारत के पंजाब राज्य के सिख श्रद्धालुओं के लिए कतारपुर गलियारे को खोलने की दिशा में काम कर रही है।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट)